Jaipur : नए जिला कारागृह बनने पर हो सकेगा आबादी क्षेत्र में जेलों के संचालन की समस्या का समाधान

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेंद्र सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि नए जिला कारागृह बनने पर कैदियों को इनमें शिफ्ट किया जा सकेगा। इससे आबादी क्षेत्र में कारागृहों के संचालन तथा इनमें क्षमता से अधिक बंदियों को रखने की समस्या का समाधान हो सकेगा। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान …

Update: 2024-01-30 03:47 GMT

जयपुर। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री श्री गजेंद्र सिंह ने मंगलवार को विधानसभा में कहा कि नए जिला कारागृह बनने पर कैदियों को इनमें शिफ्ट किया जा सकेगा। इससे आबादी क्षेत्र में कारागृहों के संचालन तथा इनमें क्षमता से अधिक बंदियों को रखने की समस्या का समाधान हो सकेगा।

चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री प्रश्नकाल के दौरान सदस्य द्वारा इस संबंध में पूछे गए पूरक प्रश्नों पर कारागार मंत्री की ओर से जवाब दे रहे थे। उन्होंने कहा कि पूर्ववर्ती सरकार के समय वित्तीय स्वीकृति दिलाकर आबादी क्षेत्र में चल रही जयपुर सेन्ट्रल जेल को अन्यत्र शिफ्ट किया जा सकता था, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।

श्री गजेंद्र सिंह ने केंद्रीय कारागृह जयपुर में कैदियों की संख्या की जानकारी देते हुए कहा कि 1173 बंदियों की क्षमता की इस जेल में वर्तमान में 1587 कैदी हैं, जिनमें 406 सजायाफ्ता एवं 1181 विचाराधीन कैदी हैं। श्यालावास (दौसा) के कारागृह में 700 कैदियों को रखा जा सकता है। अभी वहां 340 कैदी हैं जिनमें से 64 केन्द्रीय कारागृह जयपुर से वहां गए हैं।

इससे पहले विधायक श्री रफीक खान के मूल प्रश्न के लिखित जवाब में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि केन्द्रीय कारागृह, जयपुर में कैदियों की संख्या की समस्या होने से जयपुर जेल के सजायाफ्ता बंदियों हेतु विशिष्ट केन्द्रीेय कारागृह, श्यालावास (दौसा) संचालित कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में केन्द्रीय कारागृह, जयपुर को अन्यत्र स्थानान्तरित करने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। भविष्य में वैकल्पिक जमीन उपलब्ध होने पर कैदियों की संख्या व सुरक्षा एवं वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता के आधार पर विचार किया जा सकेगा।

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