पांच वर्षों में भारत में होंगे 200 एयरपोर्ट

एयर इंडिया ने अभी 70 अरब डॉलर मूल्य के 470 विमानों का ऐतिहासिक ऑर्डर दिया है।

Update: 2023-06-07 15:26 GMT

भारत | अगले पांच साल में 200 से ज्यादा एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट और वाटर एयरोड्रम होंगे और भारतीय विमानन कंपनियां इस अवधि के दौरान 1,400 अतिरिक्त विमानों का ऑर्डर देंगी। विमानन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने बुधवार को यह बात कही। नरेंद्र मोदी सरकार के नौ साल में विमानन क्षेत्र के प्रदर्शन पर एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि 2014 तक भारत में 74 एयरपोर्ट (हेलीपोर्ट और वाटर पोर्ट सहित) थे, अब यह संख्या दोगुनी होकर 148 हो गई है।

सिंधिया ने कहा, 2013-14 में भारत में छह करोड़ घरेलू हवाई यात्री थे। अब यह संख्या बढ़कर 14.5 करोड़ है, जो 135 फीसदी ज्यादा है। इसी तरह, अंतरराष्ट्रीय हवाई यात्रियों की संख्या इस अवधि के दौरान बढ़कर 4.7 करोड़ से बढ़कर 7 सात करोड़ हो गई है, जो 50 फीसदी अधिक है। इसके अलावा, घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों सहित 2.2 मिलियन टन से बढ़कर 3.6 मिलियन टन हो गया है, जो कि 65 फीसदी अधिक है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अपनाई गई प्रगतिशील नीतियों के कारण हम दुनिया के तीसरे सबसे बड़े विमानन बाजार बन गए हैं।

बेड़े के आकार में वृद्धि के बारे में बात करते हुए सिंधिया ने कहा कि 2014 में भारतीय वाहकों के साथ विमानों की संख्या 400 थी, जो अब 75 फीसदी की वृद्धि दर्ज करते हुए 700 हो गई है। उन्होंने कहा, एयर इंडिया ने अभी 70 अरब डॉलर मूल्य के 470 विमानों का ऐतिहासिक ऑर्डर दिया है। यह तो बस शुरुआत है। उम्मीद है कि भारतीय विमानन कंपनियां अगले पांच साल में 1,200 से 1,400 अतिरिक्त विमानों का ऑर्डर देंगी। विमानन मंत्री ने कहा कि अगले पांच साल में एयरपोर्ट, हेलीपोर्ट और वाटर पोर्ट की संख्या 200 से अधिक हो जाएगी।

उन्होंने कहा, 2014 में केवल तीन ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट थे। अब 11 और तैयार हैं और 10 और को मंजूरी दे दी गई है। इसी तरह पूर्वोत्तर क्षेत्र में 2014 में नौ एयरपोर्ट हुआ करते थे और यह संख्या बढ़कर 17 हो गई है। सिंधिया ने जोर देकर कहा कि एयरपोर्ट सेक्टर में अगले कुछ वर्षों में 1 लाख करोड़ रुपये का निवेश होगा। उन्होंने कहा, 2030 तक हम सालाना 45 करोड़ घरेलू यात्रियों को देखेंगे, जो वर्तमान आंकड़ों से 300 फीसदी अधिक होगा। एयरपोर्ट्स की क्षमता बढ़ाई जा रही है। वर्तमान में छह महानगरों की सभी एयरपोर्ट को मिलाकर कुल क्षमता सालाना 22 करोड़ यात्रियों की है। नवी मुंबई और ग्रेटर नोएडा के साथ क्षमता लगभग दोगुनी होकर 41.5 करोड़ हो जाएगी।

मंत्री ने कहा कि सब्सिडी वाली उड़ान योजना के तहत अब तक करीब 1.2 करोड़ यात्रियों ने 2.2 लाख उड़ानों में उड़ान भरी है। उन्होंने कहा, हम जल्द ही अंतरराष्ट्रीय उड़ान उड़ानें भी शुरू करेंगे। सिंधिया ने कहा कि हेलीकॉप्टर के उपयोग को बढ़ावा देना उड़ान-प्रशिक्षण स्कूलों को बढ़ावा देना और सस्टेनेबल एविएशन फ्यूल (एसएएफ) उन क्षेत्रों में शामिल हैं, जिन पर मंत्रालय काम कर रहा है।

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