रिपब्‍ल‍िक डे के लिये भाषण के लिए शानदार आइड‍ियाज, यहां देखें

भारतवासी हर साल पूरे जोश के साथ 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस मनाते हैं.

Update: 2022-01-25 11:40 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  कल 26 जनवरी है और इस तारीख को हर साल देश में धूमधाम से गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाता है. कल 73वां गणतंत्र दिवस (Republic Day) मनाया जाएगा. इस मौके पर दिल्‍ली के राजपथ पर परेड (Republic Day Pared) होगी और साथ ही स्‍कूल व कॉलेजों में और विभिन्‍न संस्‍थानों में वाद विवाद, भाषण प्रतियोगिता, निबंध प्रतियोगिता आदि का आयोजन होगा. अगर आप भी ऐसे ही किसी प्रतियोगिता का हिस्‍सा बनने जा रहे हैं तो हम आपके लिये यहां कुछ ऐसे टॉपिक (Republic Day 2022 Speech Topics) लेकर आए हैं, जिस पर आप अपनी स्‍पीच तैयार कर सकते हैं.

आज ही के दिन लागू हुआ संविधान:
अपने भाषण में आप संविधान के बारे में बता सकते हैं. भाषण की शुरुआत में वहां मौजूद सभी वरिष्‍ठों को नमस्‍कार करें और गणतंत्र दिवस के अवसर पर भाषण का मौका देने के लिये सभी का धन्‍यवाद करते हुए भाषण शुरू करें. देश का 73वां गणतंत्र दिवस है और मैं गणतंत्र दिवस पर भाषण देने के लिए सम्मानित महसूस कर रहा हूं. साल 1950 में आज ही के दिन भारतीय संविधान लागू हुआ था. भारत को 15 अगस्त 1947 को स्वतंत्रता मिली थी, लेकिन तब देश के पास अपना कोई संविधान नहीं था. साल 1950 में 26 जनवरी को हमारे देश को अपना संविधान मिला. जिसे बाबा साहब भीम राव अंबेडकर ने तैयार किया था. 
इसलिये 15 अगस्‍त को स्‍वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के रूप में मनाया जाता है. इस दिन सबसे पहले भारत के प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति इंडिया गेट पर स्थित अमर जवान ज्योति पर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि देते हैं. एक लोकतांत्रिक देश में रहना हम सबके लिए गर्व की बात है. मैं अपना भाषण यह कहकर समाप्त करना चाहूंगा कि एक सच्चे राष्ट्रभक्त की तरह देश को एक बेहतर जगह बनाने में योगदान देते रहना हैं. 
गणतंत्र के रूप में मिली पहचान:
26 जनवरी 1950 को हमारे देश को गणतंत्र की पहचान मिली थी. यह स‍िर्फ एक छुट्टी का दिन नहीं है, बल्‍क‍ि सही मायने में हमें ब्रिटिश शासन से आज ही के स्‍वतंत्रता मिली, क्‍योंकि इसी दिन हमारे देश को पूर्ण स्‍वराज का ताज मिला. 26 जनवरी 1930 को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस ने लाहौर अधिवेशन में पूर्ण स्वतंत्रता की मांग की घोषणा की थी. उसके बाद इसी दिन साल 1950 में भारत एक गणतंत्र के रूप में अस्तित्व में आया.
अमर जवानों और शहीदों के बलिदान को हम व्‍यर्थ नहीं जाने देंगे और अपने देश के गौरव की रक्षा करेंगे. देश की प्रगति और उसकी सेवा के लिये हमेशा तत्‍पर रहेंगे. जय हिन्‍द जय भारत
कर सकते हैं कविता का पाठ:
आओ तिरंगा लहराएं, आओ तिरंगा फहराएं,
अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाएं
अपना 73वां गणतंत्र दिवस खुशी से मनाएंगे,
देश पर कुर्बान हुए शहीदों पर श्रद्धा सुमन चढ़ाएंगे
26 जनवरी 1950 को अपना गणतंत्र लागू हुआ था,
भारत के पहले राष्ट्रपति, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद ने झंड़ा फहराया था,
मुख्य अतिथि के रुप में सुकारनो को बुलाया था,
थे जो इंडोनेशियन राष्ट्रपति, भारत के भी थे हितैषी,
था वो ऐतिहासिक पल हमारा, जिससे गौरवान्वित था भारत सारा
विश्व के सबसे बड़े संविधान का खिताब हमने पाया है,
पूरे विश्व में लोकतंत्र का डंका हमने बजाया है
इसमें बताए नियमों को अपने जीवन में अपनाए,
थाम एक दूसरे का हाथ आगे-आगे कदम बढ़ाए
आओ तिरंगा लहराये, आओ तिरंगा फहराए,
अपना गणतंत्र दिवस है आया, झूमे, नाचे, खुशी मनाएं।।


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