लातेहार। झारखंड के लातेहार जिले के बारियातु थाना के अमरवाडीह फुलबसिया रेलवे साईडिंग के समीप हाईवा में आग लगने से चालक जिंदा जल गया। घटना सीसीएल पम्प हाउस के पास बुधवार की रात घटी। आरकेटीसी कंपनी की चौदह चक्का हाईवा (जेएच 01 डीटी 8380) में आग लग गई थी। ग्रामीणों ने बताया कि हाईवा वाहन विगत तीन दिन से उक्त स्थान पर खराब पड़ी थी। कम्पनी के निर्देश पर उसका गियर बॉक्स खोलकर रिपेयरिंग के लिए भेजा गया था। चोरी के डर से बैटरी सेल्फ खोल कर रख दिया गया था। बुधवार रात लगभग 12 बजे के आसपास आग लगने की सूचना मिली। आग को बुझाने में सहयोग करने के लिए सीसीएल पम्प हाउस के गार्ड को दरवाजा पीट पीटकर उठाने का प्रयास किया, पर वह नहीं उठा। धूल गर्दा से आग पर काबू पाने का प्रयास नाकाम रहा। हाईवा चालक की झुलसकर वाहन ही में मौत हो गई।
मृत चालक की पहचान हजारीबाग केरेडाड़ी प्रखंड अंतर्गत पचड़ा पंचायत के नव्वाखाड़ निवासी रूप लाल महतो (25) के रूप में हुई। घटना की सूचना पाकर पत्नी मानती देवी, मां मसोमात मेर्चो, मृतक का पुत्र दिलेश्वर कुमार (8), कपिल कुमार (4), भाई नारायण कुमार के अलावा पंचायत के मुखिया महेश प्रसाद साहु, जिला परिषद सदस्य निरंजन कुमार, प्रमुख प्रेम रंजन पासवान, कांग्रेस प्रखंड अध्यक्ष जागेश्वर साव, उप मुखिया खिरोधर साव, समाजसेवी विशनु साव, चेटनारायण महतो, शिवशंकर महतो, कावलेश्वर महतो सहित सौ से अधिक लोग घटना स्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय ग्रामीणों के साथ मिल कर आम्रपाली, कुंडी, चमातु के परिचालन को ठप कर दिया। इसकी सूचना पाकर लातेहार पुलिस कप्तान अंजनी अंजन, एसडीएम शेखर कुमार, बालुमाथ अनुमंडल पदाधिकारी अजित कुमार सिंह, बालुमाथ अंचलाधिकारी आफताब आलम, बालुमाथ इंसपेक्टर शशि रंजन कुमार, बारियातु थाना प्रभारी मुकेश कुमार चौधरी, बालुमाथ थाना प्रभारी प्रशांत कुमार, बारियातु थाना के पुलिस अवर निरिक्षक दीपक नारायण सिंह, अमरवाडी पिकेट प्रभारी प्रेम कुमार निषाद, एएसआई मोखतार अंसारी, मिथलेश कुमार सिंह सहित दलबल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे।
इस बीच घटना स्थल से पूरब की दिशा में थोड़ी दूर पर चार गैलन, सीएसआईआर, सीआईएमएफआर गर्वेंमेंट ऑफ इंडिया का एक प्लास्टिक बोरा पुलिस ने बरामद किया। एसपी अंजनी अंजन ने आरकेटीसी कम्पनी के प्रभारी योगेश शर्मा सहित कई चालक एवं मुंशी से पूछताछ किया। पूछताछ के दौरान एक चालक को अमरवाडीह पुलिस पिकेट ले गए। मृतक के परिजनों ने बताया कि मृतक का बीएलए कंपनी के सुपरवाइजर मोहित सिंह से दस दिन पूर्व झगड़ा हुआ था। इसमें मृतक को मारपीट कर घायल कर दिया गया था। चालक एसोसिएशन की ओर से बैठक कर मामले की छानबीन की गई। इसके बाद मृतक चालक को कम्पनी की ओर से दस दिन की छुट्टी दी गई थी। छुट्टी के 6 दिन बीतते ही चालक को पुनः काम पर बुला लिया गया। फिर यह घटना घट गई। परिजनों ने एसपी से निष्पक्ष जांच कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार कर कड़ी सजा देने की मांग की। आरकेटीसी कम्पनी से 20 लाख रुपए मृतक के परिजनों को देने, परिवार के एक सदस्य को नौकरी देने, मृतक के दोनों अनाथ बच्चों की समुचित पढ़ाई की व्यवस्था करने मांग की है।