तय समय सीमा बीतने के बाद भी सवा माह से बंद पड़ा सड़क निर्माण, लोग परेशान
करौली। करौली राज्य सरकार की गत बजट घोषणा के तहत स्टेशन रोड पर बन रही सीमेंट सड़क का निर्माण एक बार फिर बंद हो गया। सार्वजनिक निर्माण द्वारा संवेदक कम्पनी को नोटिस पर नोटिस दिए गए हैं, लेकिन सवा माह से बंद पड़ा निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है। स्थिति यह है कि 14.9 करोड़ लागत की सड़क के कार्य की धीमी चाल पर 15 लाख रुपए का जुर्माना लगाने के बाद भी निर्माण को रफ्तार नहीं मिली है। ऐसे में आधी अधूरी सडक़ शहरवासियों के लिए परेशानी का सबब बन रही है। दरअसल वर्षों से बदहाल शहर के मुख्य मार्ग स्टेशन रोड की सड़क के पुनर्निर्माण के लिए वर्ष 2022 के बजट में मुख्यमंत्री के 19 करोड़ रुपए की घोषणा की थी। सार्वजनिक निर्माण विभाग की ओर से निविदा प्रक्रिया पूरी कर 14.9 करोड़ रुपए लागत से जयपुर की बालाजी रोड्स इंफ्रा प्राइवेट लिमिटेड को सड़क निर्माण का सौपा था। गत वर्ष रेलवे ओवर ब्रिज के मुहाने के पास शिलापट्टिका का अनावरण कर करौली रोड मोक्ष धाम मोड़ से रेलवे ओवर ब्रिज के मुहाने तक बहुप्रतीक्षित सड़क का निर्माण कार्य शुरू हुआ था। सड़क निर्माण की कुछुआ चाल के चलते तय समय सीमा से चार माह अधिक बीतने के बाद भी आधा काम भी पूरा नहीं हो सका है। एक लेन की सीसी सड़क निर्माण के कार्य को सार्वजनिक निर्माण विभाग के अभियंता भी 45 प्रतिशत मान रहे हैं।
वर्तमान में करीब सवा माह से सड़क़ का निर्माण बंद पड़ा है। ऐसे में शेष कार्य की यही गति रही तो सड़क का निर्माण पूरा होने में एक वर्ष का समय और लगेगा। कहीं सड़क निर्माण, तो कहीं खाली स्थान: शहर के व्यस्ततम एवं प्रमुख मार्ग पर सीसी सड़क का निर्माण एक लय में नहीं हो रहा है। बीच-बीच में जगह छोड़कऱ खंडों में बनाई सडक़ सड़क से राहगीरों व वाहन चालकों को परेेशानी हो रही है। बयाना मोड चौराहा, चौपड़ सर्किल, भायलापुरा मोड़, रोडवेज डिपो के सामने, गौशाला व कोतवाली के सामने सड़क के बीच खाली स्थान छोड़ा हुआ है। इससे दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। सार्वजनिक निर्माण विभाग के सूत्रों के अनुसार ओवर ब्रिज से मोक्षधाम मोड़ तक 3.20 किलोमीटर लम्ब सड़क का निर्माण 8 माह में पूरा होना था। निविदा में 14 मीटर चौड़ी सीसी सडक़, बीच में 1 मीटर का डिवाइडर, दोनों तरफ 1.25 मीटर इंटरलॉकिंग टाइल्स से पैदल चलने के लिए पटरियां बनाई जाएंगी। डिवाइडर पर पौधे रोप सौंदर्यीकरण व मुख्य चौराहे, तिराहे पर स्पीड ब्रेकर, बॉर्डर लाइन, कैट आई आदि लगाना प्रस्तावित है। कार्यदेश के दो माह बाद चालू हुए निर्माण की शुरू से ही कछुआ चाल रही है। मशीनीकृत कार्य के बाद भी सडक़ के निर्माण कार्य को रफ्तार नहीं मिल सकी। बार-बार महीनों तक तक काम बंद रहने व समयबद्धता से अपेक्षित निर्माण पूरा नहीं होने पर सार्वजनिक निर्माण विभाग द्वार समय समय करीब 4-5 बार संवेदक कम्पनी को नोटिस जारी किए गए हैं। हाल ही 4 सितम्बर को अधिशासी अभियंता की ओर से अंतिम नोटिस दिया गया।