नई दिल्ली। मणिपुर में जातीय हिंसा को रोकने में भाजपा सरकार की विफलता की ओर इशारा करते हुए एनडीए सहयोगी मिजोरम नेशनल फ्रंट (एमएनएफ) के लोकसभा सांसद सी. लालरोसांगा ने कहा है कि या तो मुख्यमंत्री बीरेन सिंह को इस्तीफा दे देना चाहिए या राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा देना चाहिए. एमएनएफ मिजोरम में सत्तारूढ़ पार्टी है, ज़ोरमथांगा मुख्यमंत्री हैं. यह भाजपा के नेतृत्व वाले नॉर्थ-ईस्ट डेमोक्रेटिक अलायंस (एनईडीए) का भी हिस्सा है. 2019 के लोकसभा चुनाव में एमएनएफ के सी. लालरोसांगा ने मिजोरम की एकमात्र संसदीय सीट जीती थी.
लालरोसांगा हाल ही में अपनी पार्टी की ओर से दिल्ली में आयोजित एनडीए बैठक में शामिल हुए थे, लेकिन उनका दावा है कि उन्हें ‘अप्रत्यक्ष’ रूप से मणिपुर और यूनिवर्सल सिविल कोड (यूसीसी) के मुद्दे पर चर्चा नहीं करने के लिए कहा गया था. उन्होंने सोमवार को दिप्रिंट को बताया, “नहीं.. बिल्कुल नहीं.. मुझे पहली बार में बोलने के लिए नहीं कहा गया था. मुझसे इनडायरेक्टली कहा गया कि मुझे मणिपुर और यूसीसी पर नहीं बोलना चाहिए. यही कारण है कि मैंने आमंत्रित किए जाने पर भी न बोलने का फैसला किया.” लोकसभा सांसद ने कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मुद्दे पर पहले ही बात की होती तो स्थिति बेहतर हो सकती थी.