बुढ़ाना। मुजफ्फरनगर के कस्बा बुढ़ाना के गांव हुसैनपुर कलां अचानक चर्चाओं में आ गया है। चर्चाओं में आने का कारण है यहां से जैन समाज के 500 साल पुराने मन्दिर को स्थानांतरित किये जाने का मामला। अफवाह फैलाई गयी कि मुस्लिम समाज के बढ़ने के चलते जैन समाज के लोगों ने गांव को अलविदा कह दिया। इस अफवाह के बाद जैन व मुस्लिम दोनों समाज के लोग आगे आये और उन्होंने इस अफवाह का न केवल खंडन किया, बल्कि हुसैनपुर कलां में जैन समाज व मुिस्लम समाज के बीच आपसी सौहार्द्र के किस्से भी सुनाये। जैन समाज के लोगों ने स्पष्ट किया कि उनकी संख्या गांव में पहले ही बहुत कम थी, फिर बच्चों को उच्च शिक्षा दिलाने व कारोबार बाहर होने के कारण उन्होंने गांव को छोड़ दिया। गांव के मुस्लिम समाज के लोगों का उन्हें बहुत स्नेह मिलता था।
बुढ़ाना तहसील का गांव हुसैनपुर कलां एक ऐतिहासिक गांव है और इस गांव का इतिहास हजारों वर्षों पुराना है। इस गांव में सभी सम्प्रदाय के लोग निवास करते हैं और कभी भी इस गांव में किसी तरह का साम्प्रदायिक तनाव नहीं बना है। इस गांव में जैन समाज के भी लगभग 200-250 लोग रहा करते थे। जैन समाज का एक मन्दिर भी इस गांव में था। पिछले काफी सालों से जैन समाज के लोगों ने गांव से पलायन शुरू कर दिया था और वह बुढ़ाना के अलावा महानगरों में जाकर बस गये थे। जैन समाज के पलायन का कारण सामाजिक तरक्की करना व बच्चों की उच्च शिक्षा रहा था। अभी हाल में गांव में जैन समाज की जनसंख्या नगण्य हो गयी थी, जबकि गांव में स्थित चन्द्रप्रभू दिगम्बर जैन मन्दिर आज भी स्थित है। इस मन्दिर में चन्द्रप्रभू दिगम्बर जैन भगवान समेत 11 भगवानों की प्राचीन प्रतिमाएं हैं। हालांकि गांव के इस मन्दिर में पुजारी रखा गया था, परन्तु समाज के लोग न होने के कारण इस गांव के मन्दिर की अच्छे से देखभाल नहीं हो पा रही थी और 500 साल पुराना यह मन्दिर जीर्णशीर्ण होने लगा था। जैन समाज के जिम्मेदार लोगों द्वारा निर्णय लिया गया कि जब गांव में जैन समाज का कोई व्यक्ति रहता ही नहीं है, तो ऐसे में मन्दिर में विराजमान भगवानों की पूजा भी नहीं हो पाती है। उन्होंने निर्णय लिया कि गांव के मन्दिर में विराजमान चन्द्रप्रभू दिगम्बर जैन भगवान समेत सभी 11 मूर्तियों का बुढ़ाना स्थित मन्दिर में विराजमान किया जायेगा। बनाई गयी रूपरेखा के अनुसार गांव हुसैनपुर से मूर्तियों को बैंडबाजों के साथ बुढ़ाना लाकर विधि विधान से स्थापित किया जायेगा।