Dungarpur : विकसित भारत संकल्प यात्रा. विकसित भारत के निर्माण में सबका योगदान जरूरी- राज्य प्रभारी
डूंगरपुर । भारत सरकार में अतिरिक्त सचिव एवं विकसित भारत संकल्प यात्रा के राजस्थान प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को जिले की दोवड़ा पंचायत समिति के गांव डोजा में कैंप का निरीक्षण किया। इस अवसर पर प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के केंद्र सरकार की योजनाओं से वंचित लोगों को …
डूंगरपुर । भारत सरकार में अतिरिक्त सचिव एवं विकसित भारत संकल्प यात्रा के राजस्थान प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने बुधवार को जिले की दोवड़ा पंचायत समिति के गांव डोजा में कैंप का निरीक्षण किया। इस अवसर पर प्रभारी सुरेंद्र सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के केंद्र सरकार की योजनाओं से वंचित लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाकर वर्ष 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प को साकार करने के उद्देश्य से विकसित भारत संकल्प यात्रा निकाली जा रही है। विकसित भारत संकल्प यात्रा के मोबाइल वैन की गांव-गांव में गूंज है। इसके माध्यम से केन्द्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं का जन-जन तक सन्देश प्रसारित हो रहा है। 26 जनवरी तक ये कैंप चलेंगे जिला प्रशासन की ओर से कैंप में की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जाहिर करते हुए श्री सिंह ने कहा कि सरकारी अधिकारी-कर्मचारी तो अपना काम कर ही रहे हैं, आमजन को भी अपने आस-पड़ोस, गली-मोहल्ले में केंद्र सरकार की योजनाओं से वंचित व्यक्तियों को कैंप तक लाना चाहिए।
एक भी पात्र व्यक्ति योजनाओं के लाभ से वंचित नहीं रहना चाहिए।
इससे पहले श्री सुरेंद्र सिंह के कैंप स्थल पर आगमन पर पारंपरिक तरीके से ढोल बजाकर और तिलक लगाकर स्वागत किया गया। इस अवसर पर जिला कलक्टर लक्ष्मी नारायण मंत्री, अतिरिक्त जिला कलक्टर हेमेंद्र नागर, जिला परिषद सीईओ गितेश श्री मालवीय, एसीईओ भुवनेश्वर सिंह चौहान, पूर्व विधायक आसपुर गोपीचंद मीणा सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधिगण व अधिकारी उपस्थित थे। प्रभारी श्री सिंह ने एक-एक कर सभी विभागों के काउंटर पर जाकर योजनाओं के बारे में जानकारी ली। उन्होंने आयुर्वेद विभाग के काउंटर पर औषधियों की जानकारी ली। वहीं, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग के काउंटर पर उपस्थित कर्मचारियों से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत आवेदनों की संख्या की जानकारी ली।
मेघालय की तर्ज पर हो डूंगरपुर की हल्दी की ब्रांडिंग- श्री सुरेंद्र सिंह
उन्होंने राजीविका महिलाओं के उत्पादों को सराहा और उत्पादों की ब्रांडिंग पर जोर देने को कहा। मेघालय राज्य का उदाहरण देते हुए कहा कि जिस तरह मेघालय राज्य की हल्दी को ऑर्गेनिक और जिओ टेगिंग से पूरी दुनिया में विशेष पहचान मिली है, उसी तरह आप भी मार्केट में अपनी हल्दी की खासियत बताएं और उसकी ब्रांडिंग को खास बनाएं। उज्ज्वला गैस योजना में पात्रता को लेकर जानकारी ली। लीड बैंक मैनेजर को जिनके जन-धन खाते नहीं खुले हैं, उनके खाते खुलवाने के निर्देश दिए। दोवड़ा पंचायत समिति में लघु एवं सीमांत कृषकों की जानकारी ली और प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना की प्रगति की जानकारी ली। आईसीडीएस के काउंटर पर धात्री महिलाओं के लिए चलाई जा रही योजनाओं के बारे में जानकारी ली।
प्रगतिशील किसान वीरमल से जानी खेती की नई विधि
आंतरी निवासी प्रगतिशील किसान वीरमल डामोर से संवाद भी किया और ऑर्गेनिक खेती से किस तरह उनकी आमदनी में वृद्धि हुई, इसकी जानकारी ली। प्रगतिशील किसान वीरमल ने बताया कि पिछले आठ-दस साल से उन्होंने खेत में डीएपी यूरिया डालना बिलकुल बंद कर दिया है। वे सिर्फ वर्मी कम्पोस्ट काम में लेते हैं। टमाटर, बैंगन, मिर्च, गांठगोभी, हल्दी, अदरक, रतालू की खेती करते हैं। इससे मेरे जैसे कई किसानों की आमदनी बढ़ी है। इसके लिए उन्होंने प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी का आभार प्रकट किया।
गोद भराई और अन्नप्राशन संस्कार, ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव
कैंप में महिलाओं को प्रधानमंत्री आवास योजना के पट्टे, उज्ज्वला गैस योजना के कनेक्शन, मृदा कार्ड, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना, किसान क्रेडिट कार्ड भी सौंपे गए।
आईसीडीएस की ओर से गोद भराई, अन्नप्राशन की रस्म भी संपन्न करवाई गई। वहीं, राज्य स्तर पर कबड्डी खिलाडि़यों, प्रतिभावान विद्यार्थियों और क्विज प्रतियोगिता के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। कैंप स्थल के पास ही स्थित एक खेत में ड्रोन से नैनो यूरिया का छिड़काव किया गया। ड्रोन ऑपरेटर ने बताया कि ड्रोन से 12 मिनट में 5 बीघा भूमि पर फसल में नैनो यूरिया और कीटनाशक का छिड़काव कर सकते हैं। इससे समय भी बचता है और जमीन की उर्वरक क्षमता बढ़ती है। उपस्थित सभी ग्रामीणों, विभागीय अधिकारी-कर्मचारियों को विकसित भारत की शपथ भी दिलवाई।
पट्टे के साथ मिल गई पेंशन की गारंटी
कैंप स्थल पर प्रधानमंत्री आवास योजना के पट्टे वितरण के दौरान एक लाभार्थी के हाथों पर जिला कलक्टर की नजर पड़ी। जिला कलक्टर ने देखा कि लाभार्थी के दोनों हाथ में कुछ कमी है। इस पर उन्होंने लाभार्थी अर्जुन दला निवासी बेमाता को अपने पास बुलाया और उससे जानकारी लेकर बीडीओ को अर्जुन का दिव्यांगता प्रमाण पत्र बनवाकर उसकी पेंशन शुरू करवाने के निर्देश दिए।