बढ़ा डेगूं का प्रकोप, आंकड़ा 162 पर पहुंचा, केसरीसिंहपुर क्षेत्र बना हॉट स्पॉट
श्रीगंगानगर। श्रीगंगानगर मच्छरों की बढ़ती तादाद से डेंगू-मलेरिया के फैलाव की जताई जा रही आशंका अब सही साबित होती दिख रही है। स्वास्थ्य विभाग की ओर से जांच आदि भले की जा रही हो, लेकिन नगर परिषद प्रशासन की ओर से अभी मच्छरों की वंशवृद्धि रोकने और मच्छरनाशी छिडक़ाव जैसे कोई प्रयास नहीं किए जा रहे। नतीजन डेंगू अब ज्यादा हमलावर हो गया है। पूरे जिले में पिछले एक सप्ताह से डेंगू का प्रकोप अधिक हो गया है। जिले के सरकारी अस्पतालों और सीएचसी पर अब तक 162 रोगी पॉजीटिव पाए गए हैं। इसमें चालीस रोगी राजकीय जिला चिकित्सालय में भर्ती हुए थे। सीएमएचओ ऑफिस के रेकार्ड के अनुसार सरकारी उप स्वास्थ्य केन्द्रों में अब तक 122 रोगी आए हैं। इसमें निजी अस्पतालों का आंकड़ा शामिल नहीं है। वहीं, गत सप्ताह श्रीकरणपुर क्षेत्र केसरीसिंहपुर सीएचसी पर एक साथ 62 रोगी आने से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में खलबली मच गई। इस एरिया में एंटी लार्वा गतिविधियां करवाई गई हैं। वहीं राज्य स्तरीय जांच दल भी इस एरिया का अवलोकन करने आया। इसके अलावा श्रीकरणपुर ब्लॉक के चिकित्सकों की टीम ने भी रोगियों के आवास क्षेत्र में डेगूं रोधी दवा का छिडक़ाव कराया गया है। इस बीच, डिप्टी सीएमएचओ डॉ. करण आर्य ने बताया कि मौसम में बदलाव आने पर इन दिनों डेंगू पॉजिटिव होने की ज्यादा आशंका बढ़ गई है। इसके साथ साथ वायरल बुखार, चिकनगुनिया जैसे बुखार से पीड़ित रोगी अधिक आने लगे हैं।
जिला मुख्यालय पर डेगूं का प्रकोप अब पांव पसारने लगा है। शहर के विभिन्न वार्डो से रोजाना राजकीय जिला चिकित्सालय में वायरल बुखार के रोगी भर्ती हो रहे हैं। इसमें से तीन से चार रोगी औसतन डेगूं पॉजीटिव आने लगे हैं। चिकित्सालय में पिछले दो दिनों में अस्सी रोगियों की जांच के दौरान 13 रोगी डेगूं पॉजीटिव पाए गए हैं। चिकित्सालय के मौसमी बीमारियों के लिए नोडल अधिकारी डॉ. अंकित लड्ढा ने बताया कि लगातार रोगियों की संख्या बढ़ रही हैं। उपचार समय पर होने से रोगी को ठीक करने में मदद मिलती है। पिछले एक माह में चिकित्सालय कैम्पस में चालीस रोगी आ चुके हैं। चिकित्सकों ने डेंगू के आक्रामक होने पर एडवाइजरी जारी कर रखी है। इसे हल्के में न लें। अपनी सुरक्षा आप खुद ही ज्यादा बेहतर ढंग से कर सकते हैं। घर के अंदर और बाहर, कहीं भी पानी का जमाव नहीं होने दें। लॉन की घास छोटी करवा दें। कूलर का पानी बदलते रहें। बाहर जाते समय लंबी बाजू के कपड़े, पैंट और मोजे पहनें। हल्के रंग के कपड़े भी मच्छरों को भगाने में मदद कर सकते हैं। अपने रहने की जगह को साफ रखें और कचरे का उचित तरीके से निस्तारण करें। मच्छरों के आराम करने वाले क्षेत्रों को कम करने के लिए झाडिय़ों और झाडिय़ों को ट्रिम करें। अगर बुखार से पीड़ित हैं तो तुरंत चिकित्सक से परामर्श लें। नाक, मुंह आदि हिस्सों में खून आता दिखे तो नजरंदाज नहीं करें, तु