जेईई मेन और बोर्ड परीक्षाओं में टकराव संभावना तारीखों को स्थगित करने की मांग

जेईई मेन्स (JEE Mains 2022) परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू हो चुकी है जो 31 मार्च, 2022 तक चलेगी

Update: 2022-03-02 08:19 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क |  जेईई मेन्स (JEE Mains 2022) परीक्षा के लिए रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया 1 मार्च से शुरू हो चुकी है जो 31 मार्च, 2022 तक चलेगी. जेईई मेन्स परीक्षा दो चरणों में होगी पहले चरण की परीक्षा अप्रैल में होगी और दूसरे चरण की परीक्षा मई में होगी. वहीं सीबीएसई बोर्ड (CBSE Board Exsms) की टर्म 2 की परीक्षा भी अप्रैल में शुरू होगी. साथ ही स्टेट बोर्ड एग्जाम्स भी अप्रैल-मई में आयोजित की जाएगी. दोनों परीक्षा की तारीखों में टकराव की संभावना है. इन दोनों परीक्षा की तारीखों में क्लैश को देखते हुए स्टूडेंट्स जेईई मेन्स परीक्षा की तारीखों को आगे बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स ट्वीट कर अपनी परेशानी बता रहे हैं. माता-पिता और छात्र दोनों परीक्षा की तैयारी के लिए छात्रों को दिए जाने वाले टकराव और कम समय के अंतराल को लेकर चिंतित हैं.

इसके साथ ही कई राज्यों की बोर्ड परीक्षाएं शुरू होने वाली है जो अप्रैल-मई में ही है. स्टेट बोर्ड स्टूडेंट्स (State Board Exams) भी परीक्षा की तारीखों को क्लैश को लेकर परीक्षा स्थगित करने की मांग कर रहे हैं. कुछ विषयों के लिए कर्नाटक कक्षा 12 की बोर्ड परीक्षाएं भी 16, 18, 19, 20 और अप्रैल को होने वाली हैं. झारखंड बोर्ड परीक्षा 2022 भी कुछ विषयों के लिए 16, 18, 19 और 20 अप्रैल को निर्धारित है.
स्टूडेंट्स कर रहे जेईई परीक्षा की डेट बढ़ाने की मांग
अभिभावकों ने एनटीए और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान से इस मामले को देखने और तारीखों को फिर से निर्धारित करने का अनुरोध किया है. साथ ही उन्होंने कहा है कि इस बार केवल दो ही बार परीक्षा देने की अनुमति दी गई है. सोशल मीडिया पर स्टूडेंट्स अपनी-अपनी परेशानी बता रहे हैं. एक स्टूडेंट्स ने लिखा कि मैं हमारे शिक्षा मंत्री एनटीए से इस मामले को देखने और जेईई मेन 2022 (पहला प्रयास) की तारीख में फेरबदल करने का अनुरोध करता हूं.
वहीं एक अभिभावक ने लिखा कि इस साल जेईई मेन 2022 परीक्षा की तारीखें नियोजित या तार्किक नहीं हैं…मेरा बेटा कर्नाटक में पढ़ रहा है और तारीखें टकरा रही हैं.साथ ही दोनों परीक्षाओं के बीच का अंतर महीने से अधिक का है जो पर्याप्त नहीं है. ऐसे कई रिएक्शन सोशल मीडिया पर देखने को मिल रहे हैं. हालांकि इस मामले में एनटीए या शिक्षा मंत्री की तरफ से कोई रिएक्शन नहीं देखने को मिले हैं.


Similar News

-->