नगर निगम बोर्ड बैठक का कांग्रेसी पार्षदों ने किया बहिष्कार, धरना दिया

Update: 2023-09-02 17:19 GMT
अलवर। अलवर नगर निगम बोर्ड की बैठक का कांग्रेसी पार्षदों ने बहिष्कार किया। उन्होंने दिनभर निगम कार्यालय में धरना दिया। कई आरोप लगाए। पार्षद विक्रम यादव का कहना है कि निगम की ओर से बैठक का एजेंडा विस्तृत रूप से दिया जाता है लेकिन केवल एक कागज दिया गया। बैठक हर बार निगम सभागार में होती आई है लेकिन प्रताप ऑडिटोरियम में रखी गई है जो गलत है। पार्षद प्रीतम मेहंदीरत्ता ने कहा कि भ्रष्टाचार निगम में चरम पर है। सभी लोग मनमानी पर उतरे हुए हैं। कहा कि वह अन्याय के खिलाफ लड़ते रहेंगे। कहा कि उनके साथ करीब 25 से 30 पार्षद बैठक में नहीं पहुंचे हैं। बहिष्कार किया गया है। अब जल्द आगे के लिए तैयारी करेंगे।
अलवर शहर कोतवाली थाना पुलिस ने सरकारी नौकरी लगवाने और नीट परीक्षा पास कराने की एवज में 20.80 लाख रुपए की धोखाधड़ी करने वाले कांस्टेबल को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। कोतवाल नरेश शर्मा ने बताया कि शहर के संजय नगर निवासी राजेश कुमार सैनी पुत्र रामदयाल सैनी ने 7 मई 2023 को रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसके भतीजे गोल्डी के दोस्त सुमित यादव ने बताया कि अनिल सिंह महाराणा प्रताप बटालियन प्रतापगढ़ में कांस्टेबल है। जिसकी सुप्रीम कोर्ट में अच्छी जान-पहचान है। वह सरकारी नौकरी लगवाता है। इस पर राजेश सैनी ने अनिल सिंह से बात की।
राजेश सैनी ने अपने दो बेटों की लिपिक की नौकरी और तीसरे बेटे को नीट परीक्षा पास कराने की एवज में अनिल सिंह को 20.80 लाख रुपए दे दिए। ये रकम अनिल सिंह, उसके साथी रामधारी, राहुल और सुमित यादव के खातों के माध्यम से जुलाई-अगस्त 2022 में ट्रांसफर की गई। इसके बाद आरोपी ने उनके फोन उठाना बंद कर दिया और बाद में नौकरी लगवाने और रुपए लौटाने से इनकार कर दिया। इस प्रकरण में पुलिस आरोपी अनिल सिंह पुत्र मोहन राजपूत निवासी आसलवास-झुंझ़ुनूं को अलवर जेल से प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार किया है। आरोपी अनिल सिंह महाराणा प्रताप बटालियन प्रतापगढ़ में कांस्टेबल है, जो कि फिलहाल निलम्बित चल रहा है। आरोपी के खिलाफ नौकरी लगवाने के नाम पर धोखाधड़ी करने के अलवर में तीन, झुंझुनूं में दो और हरियाणा में एक मामला दर्ज है।
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