रांची। रोड रेस्टोरशन में लापवाही की शिकायत मिली रही है। इसके बाद जुडको सख्त हो गया है। उसने पाइप लाइन का काम कर रही एजेंसियों को दो माह में सड़कों को सुधारने का निर्देश दिया। जुडको के परियोजना निदेशक (तकनीकी) गोपालजी ने स्पष्ट तौर पर कहा कि जहां-जहां पाइप लाइन बिछाने के लिए सड़क काटी गई है, उसकी गुणवत्तापूर्ण मरम्मत की जाए। उन्होंने जुडको के उच्चाधिकारी, एजेंसियों और परामर्शी के साथ इस मामले को लेकर 4 सितंबर बैठक की। परियोजना निदेशक (तकनीकी) ने कहा कि रोड रेस्टोरेशन में एजेंसियों की लापरवाही की शिकायतें मिल रही हैं, जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता। अब कोई बहाना नहीं चलेगा। हर हाल में सड़क को दुरूस्त कर समय से कनेक्शन देने का भी काम करें।
परियोजना निदेशक (प्रशासन) अरविंद कुमार मिश्र ने एजेंसियों से कहा कि सड़क की मरम्मत नहीं किये जाने का खामियाजा जुडको को भुगतना पड़ रहा है। यह हर्गिज बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अब एजेंसियों के पास कोई विकल्प नहीं है। महाप्रबंधक पेयजलापूर्ति एसएस सेनगुप्ता ने कहा कि मैनपावर बढ़ाकर निर्धारित समय में रोड के गड्ढों को सलीके से भरा जाये। एजेंसियों द्वारा बताया गया कि लगभग 80 किलोमीटर रोड का रेस्टोरेशन बाकी है, जिसे पूरा कर लिया जायेगा। रोड रिस्टोरेशन का प्लान परामर्शी कंपनी एनजेएस को दिया गया है। एजेंसियों को बताया गया कि जुडको के अधिकरी प्रतिदिन रोड रेस्टोरेशन के काम की मानिटरिंग भी करेंगे। बैठक में परियोजना निदेशक (वित्त) अमित चक्रवर्ती, महाप्रबंधक परिवहन विनय कुमार, उप परियोजना निदेशक उत्कर्ष मिश्र, उप महाप्रबंधक पेयजलापूर्ति आलोक मंडल, परियोजना प्रबंधक शशांक शेखर कमल और एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।