सीएम ममता बनर्जी ने राज्यपाल से की बात, बताया टाइपिंग मिस्टेक
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पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ और सीएम ममता बनर्जी के बीच आपसी टकराव Bengal Governor Vs Mamata ने नया मोड़ ले लिया है. इससे टकराव के कारण पश्चिम बंगाल विधानसभा (West Bengal Assembly Session) का इतिहास में नया अध्याय जुड़ने वाला है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने सात मार्च को रात 2 बजे विधानसभा (Assembly Session At 2PM Midnight) का सत्र बुलाया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने 7 मार्च को रात 2 बजे विधानसभा का सत्र बुलाया है. राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए किया, "मध्यरात्रि के बाद विधानसभा का सत्र इतिहास में अभूतपूर्व है, लेकिन यह कैबिनेट का फैसला है." राज्यपाल के इस ट्वीट के बाद राज्य की राजनीति में खलबली मच गई और सीएम ने राज्यपाल से बातचीत कर इसे टाइपिंग मिस्टेक बताया.
बता दें कि प्रस्तावि विधानसभा सत्र बजट सत्र है. इस सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होती है. राज्यपाल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत होती है. ममता बनर्जी की सरकार 11 मार्च को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश करेगी. इसी सत्र के दौरान राज्यपाल के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी लाये जाने की बता कही गई है.
हालांकि बाद में राज्य सरकार की ओर से साफ किया गया है कि यह टाइपिंग की गलती की वजह से हुई है. यह दोपहर दो बजे होगा. इस बाबत 28 फरवरी को फिर कैबिनेट की बैठक में इस बाबत प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल को भेजा जाएगा. इस बाबत टीएमसी के प्रवक्ता कुणाल घोष ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि सीएम ने राज्यपाल से फोन पर बीतचीत की और इसे टाइपिंग मिस्टेक बताया है.
बता दें कि प्रस्तावि विधानसभा सत्र बजट सत्र है. इस सत्र की शुरुआत राज्यपाल के अभिभाषण के साथ होती है. राज्यपाल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरुआत होती है. ममता बनर्जी की सरकार 11 मार्च को वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए आम बजट पेश करेगी. इसी सत्र के दौरान राज्यपाल के खिलाफ निंदा प्रस्ताव भी लाये जाने की बता कही गई है.
विधानसभा के अध्यक्ष बिमान बनर्जी ने कहा कि यह दोपहर दो बजे होने चाहिए,लेकिन लगता है कि जब प्रस्ताव भेजे गये थे.उसमें गलती हो गई है. संभवतः यह टाइपिंग की गलती है. यह नहीं होनी चाहिए थी. उन्होंने कहा कि अब इस संबंध में कैबिनेट को ठीक करना है कि वह क्या निर्णय लेता है. दूसरी ओर, राज्यपाल के ट्वीट के बाद सीएम ने राज्यपाल को फोन किया और बताया कि यह टाइपिंग की गलती है. 28 फरवरी को फिर राज्य मंत्रिमंडल की बैठक बुलाई गई है. इस बैठक में प्रस्ताव पारित कर राज्यपाल को फिर भेजा जाएगा. वास्तव में राज्य सरकार की ओर से दोपहर दो बजे अधिवेशन बुलाने की बात कही गई थी, लेकिन टाइपिंग की गलती के कारण यह हुआ.
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने सरकार के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि सरकार की मुखिया अव्यवस्थित हो गई हैं. बता दें कि 26 जनवरी को राज्यपाल और विधानसभा के बीच तकरार चरम सीमा पर पहुंच गई थी. स्पीकर विमान बनर्जी ने राज्यपाल के खिलाफ कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है. इस दिन उन्होंने कहा, अगर भावी राज्यपाल अपनी पहल पर विधानसभा में आना चाहते हैं तो मैं पहले इसका कारण जानना चाहूंगा. वहां उसकी क्या भूमिका होगी. इससे पहले राज्यपाल जगदीप धनखड़ ने उस समय राज्य सरकार पर हमला किया था, जब वह विधानसभा परिसर में थे. 24 घंटे के भीतर विधानसभा अध्यक्ष की ओर से कड़ा संदेश दिया था. उन्होंने कहा, 'इस बार अगर राज्यपाल अपनी पहल पर विधानसभा में आना चाहते हैं तो उनसे क्यों पूछा जाएगा.