नई दिल्ली | अनएकेडमी के टीचर करन सांगवान को नौकरी से निकाले जाने पर सोशल मीडिया पर हंगामा खड़ा हो गया है। वहीं अब इस पूरे मामले पर दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के मुखिया अरविंद केजरीवाल की भी प्रतिक्रिया सामने आई है। सीएम केजरीवाल ने कहा है कि क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट करने की अपील करना अपराध है?
एड-टेक प्लेटफॉर्म अनएकेडमी (Unacademy) ने एक टीचर को बर्खास्त कर दिया। टीचर करण सांगवान ने स्टूडेंट्स से क्लास में “शिक्षित उम्मीदवारों” को वोट देने की अपील की थी। करण सांगवान ने एक लेक्चर के दौरान, बिना किसी का नाम लिए, छात्रों से अपील की थी कि वे अशिक्षित लोगों को सत्ता के पदों पर न बिठाएं और आगामी चुनावों में एक साक्षर व्यक्ति को वोट दें। एड-टेक कंपनी ने अपने बयान में कहा कि वह शिक्षकों को कक्षा में अपनी व्यक्तिगत राय साझा करने की अनुमति नहीं देती है क्योंकि यह सीखने में बाधा उत्पन्न कर सकता है।
मुख्यमंत्री केजरीवाल ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर ट्वीट करते हुए कहा है कि क्या पढ़े लिखे लोगों को वोट देने की अपील करना अपराध है? यदि कोई अनपढ़ है, व्यक्तिगत तौर पर मैं उसका सम्मान करता हूँ। लेकिन जनप्रतिनिधि अनपढ़ नहीं हो सकते। ये साइंस और टेक्नोलॉजी का ज़माना है। 21वीं सदी के आधुनिक भारत का निर्माण अनपढ़ जनप्रतिनिधि कभी नहीं कर सकते।