CBI ने दर्ज की FIR, मुश्किल में कैम्ब्रिज एनालिटिका लिमिटेड, जाने पूरा मामला

Update: 2021-01-22 10:38 GMT

सीबीआई ने भारत में 5.62 लाख फेसबुक यूजर्स का डाटा चोरी होने के मामले में कैम्ब्रिज एनालिटिका लिमिटेड और ग्लोबल साइंस प्राइवेट लिमिटेड के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है. जानें पूरी जानकारी

सीबीआई ने 2018 में प्रारंभिक जांच शुरू की थी. आरोप सही होने के बाद जांच एजेंसी ने ब्रिटेन की इन कंपनियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
सीबीआई के मुताबिक डेटा चोरी के आरोपों का पता लगाने के लिए फेसबुक और कैम्ब्रिज एनालिटिका से कथित उल्लंघन, डाटा का दुरुपयोग, भारतीय यूजर्स के डाटा चोरी की सीमा, प्रोफाइलिंग और कंपनी के संभावित डाटा दुरुपयोग की जानकारी मांगी गई थी. इसका इस्तेमाल भारत में पिछले चुनावों के दौरान किए जाने की संभावना थी.
फेसबुक ने जवाब दिया था कि 5.62 लाख भारतीय यूजर्स का डाटा अवैध रूप से लिया गया था. दूसरी ओर कैम्ब्रिज एनालिटिका ने जवाब दिया कि उन्हें ग्लोबल साइंस प्राइवेट लिमिटेड से सिर्फ ब्रिटेन के यूजर्स का डाटा मिला है.
सीबीआई की जांच में पता चला कि ग्लोबल साइंस प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक और निदेशक डॉ. एलेक्जेंडर कोगन ने "thisisyourdigitallife" नाम से एक एप्लिकेशन बनाया था. फेसबुक की प्लेटफॉर्म पॉलिसी के अनुसार इस एप्लिकेशन को शैक्षणिक और अनुसंधान उद्देश्यों के लिए यूजर्स का कुछ विशिष्ट डाटा एकत्र करने की अनुमति थी. हालांकि इस एप्लिकेशन ने फेसबुक यूजर्स और उनके दोस्तों के नेटवर्क के डाटा को भी अवैध तरीके से एकत्र किया.
फेसबुक ने सीबीआई को बताया कि इस एप्लिकेशन का उपयोग भारत में 335 यूजर्स ने किया. लेकिन इस एप्लिकेशन के माध्यम से इन यूजर्स के दोस्तों को भी निशाना बनाया गया और 5.62 लाख लोगों का डाटा बिना उनकी जानकारी अवैध रूप से चुराया गया.
सीबीआई के मुताबिक़ ग्लोबल साइंस रिसर्च लिमिटेड ने 2014 में कैम्ब्रिज एनालिटिका के साथ मिलकर आपराधिक साजिश की और वाणिज्यिक काम के लिए अवैध रूप से चोरी किए हुए डाटा का उपयोग करने का अधिकार कैंब्रिज एनालिटिका को दे दिया.
ब्रिटेन की इन दोनों कंपनियों के खिलाफ आपराधिक साजिश और आईटी कानूनों के उल्लंघन के लिए सीबीआई ने मामला दर्ज किया है.


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