भारतीय खाद्य निगम के अधिकारी पर रिश्वत लेने के आरोप, CBI ने दर्ज किया केस
भारतीय खाद्य निगम भोपाल के एक सहायक ग्रेड वन अधिकारी के खिलाफ सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है.
नई दिल्ली: भारतीय खाद्य निगम भोपाल के एक सहायक ग्रेड वन अधिकारी के खिलाफ सीबीआई ने आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज किया है. उक्त अधिकारी समेत भारतीय खाद्य निगम के चार अधिकारियों को रिश्वत लेने के आरोप में सीबीआई ने पिछले सप्ताह गिरफ्तार किया था. इनमें से तीन अधिकारियों को आज सीबीआई के विशेष न्यायाधीश ने न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया जबकि किशोर मीणा नामक जिस अधिकारी के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मुकदमा दर्ज हुआ है उसे 10 जून तक पूछताछ के लिए सीबीआई रिमांड पर भेज दिया है.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक पिछले सप्ताह हरियाणा की एक सिक्योरिटी कंपनी ने भारतीय खाद्य निगम भोपाल के अधिकारियों द्वारा रिश्वत लिए जाने की शिकायत की थी. जिस आधार पर मुकदमा दर्ज कर 4 लोगों को गिरफ्तार किया गया था. इस गिरफ्तारी के बाद मारे गए छापों के दौरान करोड़ों रुपये की नकदी और सोना बरामद किया गया था. साथ ही एक डायरी भी बरामद की गई थी. जिस डायरी में एफसीआई के किस अधिकारी को कितनी रिश्वत दी गई, इसका भी ब्यौरा था.
सीबीआई प्रवक्ता आरसी जोशी के मुताबिक गिरफ्तारी के बाद जब मामले की जांच आगे बढ़ी तो पता चला कि इस मामले में गिरफ्तार सहायक ग्रेड 1 किशोर मीणा के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का मामला भी बनता है क्योंकि उसके घर के लॉकर से जो नगदी आदि बरामद हुई थी, वह उसके द्वारा विगत पांच सालों में होने वाली आय से कहीं अधिक थी. सीबीआई ने इस बाबत सहायक ग्रेड वन मीना के खिलाफ एक और मुकदमा दर्ज किया और आज 13 जगहों पर छापेमारी की गई. सीबीआई के मुताबिक जिन जगहों पर आज छापेमारी की गई उनमें भोपाल, विदिशा, खंडवा, झाबुआ, नरसिंहपुर, जबलपुर, नांदेड़ और जलगांव शामिल है. यह छापेमारी कुछ ठेकेदारों और कुछ निजी व्यक्तियों के ठिकानों पर भी की गई.
मामले की जांच जारी
सीबीआई के मुताबिक डायरी में भारतीय खाद्य निगम के जिन अधिकारियों के नाम और रकमों का ब्यौरा मिला है, उसको लेकर भी जांच जारी है कि क्या वास्तव में रिश्वत की रकम उस अधिकारी तक पहुंची थी या नहीं. सीबीआई के एक आला अधिकारी के मुताबिक भारतीय खाद्य निगम के जो 4 अधिकारी सीबीआई की रिमांड पर थे उनसे भी पूछताछ के दौरान अनेक अहम जानकारियां मिली हैं और आने वाले दिनों में भारतीय खाद्य निगम के कुछ और अधिकारियों को भी पूछताछ के लिए बुलाया जा सकता है मामले की जांच जारी है.