भावानगर। एनएच-5 निगुलसारी के पास भू-स्खलन व सडक़ धंसने के कारण बंद हो गया है। इसके चलते जिला किन्नौर व स्पीति का संपर्क शेष दुनिया से पूरी तरह से कट गया है। गुरुवार शाम छह बजे के करीब एनएच बंद होने से सडक़ के दोनों तरफ गाडिय़ों की लंबी-लंबी लाइनें लग गई। जिला किन्नौर में सेब सीजन के चलते बागबानों को भी फसल को मंडी पहुंचाने में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। करीब 20 छोटी-बड़ी सेब से लदी गाडिय़ां मार्ग बहाल होने की प्रतीक्षा कर रही है। गौरतलब है कि 16 अप्रैल, 2015 को भी एनएच का यही हिस्सा धंस गया था जिसे कड़ी मशक्कत के बाद 18 अप्रैल को बहाल किया गया था। अब करीब आठ साल के बाद उक्त सडक़ फिर से धंस गई है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार भावानगर से नौ किलोमीटर दूर निगुलसारी के समीप सेक्टर 26 में पिछले कई दिनों से सडक़ धंस रही थी। प्रशासन द्वारा गुरुवार शाम से ही एहतियातन यातायात बंद कर दिया था, परंतु गुरुवार रात को सडक़ धंसने के कारण मार्ग पूरी तरह बंद हो गया। लगभग 200 से 230 मीटर सडक़ पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई है। यात्री जान जोखिम में डाल कर पैदल ही इसे पार कर रहे हैं। एनएच प्राधिकरण के कनिष्ठ अभियंता सतीश जोशी ने बताया कि निगुलसारी के समीप सडक़ धंसने के कारण एनएच बंद है। फिलहाल यातायात बंद है व इसे बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है। तहसीलदार भावानगर चंद्र मोहन ठाकुर ने बताया कि मार्ग बहाली के लिए दिन रात प्रयास किया जा रहा है। यात्रियों को खाने-पीने की असुविधा न हो इसके लिए तरंडा मंदिर में महेश्वर व्यापार मंडल व भावानगर व्यापार मंडल के सहयोग से नि:शुल्क लंगर की व्यवस्था की गई है। यदि किसी को ठहरने की दिक्कत हो तो वह प्रशासन से संपर्क कर सकता है।