डिंडौरी। मिशनरी स्कूल में नाबालिक आदिवासी छात्राओं के साथ यौन शोषण का मामला उजागर होने और बाल संरक्षण आयोग राष्ट्रीय अध्यक्ष के डिंडौरी भ्रमण के बाद मामला दर्ज होने के साथ कार्यवाही का दौर लगातार जारी है। बुधवार को जहां पुलिस अधीक्षक संजय सिंह को डिंडौरी से हटाकर भोपाल अटैच कर दिया गया, वहीं विकास खंड शिक्षा अधिकारी समनापुर को प्रीतराम राजपूत को निलंबित कर बीईओ कार्यालय बजाग अटैच कर दिया गया है। इसके साथ ही लापरवाही पर बीआरसी को भी निलंबित किया गया है। कलेक्टर द्वारा जारी आदेश में उल्लेख किया गया कि बाल संरक्षण आयोग अध्यक्ष के निरीक्षण की सूचना के बाद भी वे उपस्थित नहीं हुए, जिसके चलते विभागीय योजनाओं की जानकारी ठीक ढंग से प्राप्त नहीं हो सकी। इस मामले में विकास खंड शिक्षा अधिकारी की लापरवाही के चलते यह कार्रवाई की गई है। बताया गया कि निलंबन की कार्रवाई को लेकर बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष ने भी आवश्यक दिशा निर्देश दिए थे।
उल्लेखनीय है कि मिशनरी स्कूल में हुए छात्राओं के साथ यौन शोषण के मामले में बाल अधिनियम संरक्षण आयोग के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो विगत दिनों इस घटनाक्रम की जांच करने डिंडौरी पहुंचे। वहीं उन्होंने इस गंभीर मामले में आरोपित प्राचार्य को थाने से ही छोड़ देने पर कड़ी नाराजगी व्यक्त करते हुए पुलिस और प्रशासन पर लापरवाही के आरोप लगाए और फटकार भी लगाई। उन्होंने कलेक्टोरेट सभाकक्ष में बैठक लेकर कलेक्टर सहित पुलिस अधीक्षक को कड़े कदम उठाने के निर्देश दिए हैं। इस निरीक्षण के दौरान स्कूल शिक्षा से जुड़े कई अधिकारी और कलेक्टर सहित जिले के आला अफसर भी उनके साथ निरीक्षण और जांच के वक्त मौजूद रहे लेकिन ब्लाक शिक्षा अधिकारी जिसके क्षेत्राधिकार में विकासखंड के स्कूल होते हैं वे खुद निरीक्षण के दौरान मौजूद नहीं थे जिसके बाद यह कार्रवाई कलेक्टर ने की है। उल्लेखनीय है कि इस मामले को नईदुनिया द्वारा उठाए जाने के बाद पूरे देश में हड़कंप है और मिशनरी स्कूल के खिलाफ कार्रवाई के लिए मांग उठ रही है।
जिले के जुनवानी में संचालित मिशनरी स्कूल में आदिवासी नाबालिग छात्राओं के साथ यौन शोषण होने का मामला उजागर होने के बाद लगातार निलंबन और मामला दर्ज होने की कार्रवाई चल रही है। इसी क्रम में कलेक्टर विकास मिश्रा ने विकासखंड स्रोत समन्वयक बीआरसी सुबेश कुमार दुबे को निलंबित कर दिया है। निलंबन आदेश में उल्लेख किया गया जी राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष के निरीक्षण में यह बात सामने आई कि बीआरसी नियमित तौर पर क्षेत्र की अपने अधीनस्थ संस्थाओं का निरीक्षण करने में लापरवाही करते हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष के निर्देश में बीआरसी को निलंबित कर दिया गया। नका मुख्यालय बीईओ कार्यालय अमरपुर निर्धारित किया गया है। इस मामले में अब तक 3 लोग निलंबित हो चुके है।