भाजपा नीतीश कुमार और चंद्रशेखर राव को उनके घर में ही मात देने की कर रही तैयारी

Update: 2022-12-26 05:50 GMT
नई दिल्ली (आईएएनएस)| आगामी वर्ष 2023 भाजपा के विस्तार अभियान और विपक्षी दलों की एकता की मुहिम, दोनों के लिए बहुत महत्वपूर्ण होने वाला है।
नए साल में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार विपक्षी एकता की अपनी मुहिम को और भी तेज करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि वो जनवरी 2023 में विपक्षी दलों के साथ एक बैठक भी कर सकते हैं। दरअसल, बिहार में भाजपा विरोधी सभी दलों को एकजुट कर नीतीश कुमार महागठबंधन की सरकार चला रहे हैं और उनकी कोशिश है कि बिहार की तर्ज पर उत्तर प्रदेश में भी सभी दल एक साथ आ जाएं।
वहीं भाजपा के खिलाफ विरोधी दलों का मोर्चा तैयार करने की मुहिम में जुटे तेलंगाना के मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव हाल ही में नई दिल्ली में अपनी पार्टी भारत राष्ट्र समिति के राष्ट्रीय कार्यालय का उद्घाटन कर अपने इरादे जाहिर कर चुके हैं।
इन दोनों नेताओं के भाजपा विरोधी मिशन के बीच भाजपा इन दोनों ही मुख्यमंत्रियों को उनके-उनके गृह राज्य में ही मात देने की तैयारी में जुट गई है। भाजपा बिहार में नीतीश कुमार और तेलंगाना में के. चंद्रशेखर राव को घेरने या यूं कहें कि हराने की तैयारियों में जुट गई है ताकि विपक्षी एकता के इनके मिशन को इनके घर में ही कमजोर किया जा सके।
2024 के लोक सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर भाजपा ने बिहार और तेलंगाना को लेकर विशेष रणनीति बनाई है। इन दोनों ही राज्यों में भाजपा अपने विस्तारकों के प्रशिक्षण शिविर के जरिए पार्टी के पक्ष में राजनीतिक माहौल बनाने का प्रयास कर रही है।
हाल ही में भाजपा ने बिहार की राजधानी पटना में लोक सभा प्रवास योजना के अंतर्गत दो दिवसीय (21-22 दिसंबर ) विस्तारक प्रशिक्षण वर्ग का आयोजन किया था। बताया जा रहा है कि पार्टी इसी तरह के दूसरे विस्तारक प्रशिक्षण वर्ग के दो दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन 28 और 29 दिसंबर को तेलंगाना के हैदराबाद में करने जा रही है।
दरअसल, भाजपा विस्तारक प्रशिक्षण वर्ग के इन दोनों कार्यक्रमों के जरिए देश भर की उन 160 लोक सभा सीटों पर विशेष चुनावी तैयारियों के मद्देनजर ऐसे विस्तारक तैयार कर तैनात करना चाहती है जो इन सीटों पर जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। इन 160 सीटों में मुख्य तौर पर लोक सभा की वो सीटें शामिल हैं जिन पर भाजपा को 2019 लोक सभा चुनाव में हार का सामना करना पड़ा था या जो पिछले चुनाव में गठबंधन के तहत बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी को दिया गया था।
इस लिस्ट में वो सीटें भी शामिल हैं जहां पर 2019 में भाजपा जीती तो थी लेकिन क्षेत्र में बदली सामाजिक और राजनीतिक परिस्थितियों के मद्देनजर 2024 में उसे जीतना एक बड़ी चुनौती माना जा रहा है।
दरअसल, भाजपा ने पहले 2024 लोक सभा चुनाव के मद्देनजर मिशन-144 का खाका तैयार किया था लेकिन नीतीश कुमार के अलग हो जाने के बाद इसमें बिहार की कई सीटों को शामिल कर इसे मिशन 160 कर दिया गया है।
के चंद्रशेखर राव की देशभर में बढ़ रही चुनावी सक्रियता के बीच भाजपा को तेलंगाना से भी काफी उम्मीदें हैं। इसलिए भाजपा लगातार तेलांगना में बड़े-बड़े कार्यक्रमों का आयोजन भी कर रही है और पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा एवं गृह मंत्री अमित शाह समेत पार्टी के दिग्गज नेता लगातार राज्य का दौरा भी कर रहे हैं। भाजपा 2024 के आगामी लोक सभा चुनाव के मद्देनजर तेलंगाना में एक-एक लोक सभा सीट को लेकर विशेष रणनीति तैयार कर रही है।
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