वाराणसी। फर्जी वेबसाइट बनाकर उसके माध्यम से कूट रचित आधार, पैन और सिमकार्ड बनाने के साथ ही फर्जी खाते खोलकर साइबर अपराध करनेवाले अंतरराज्यीय गिरोह के सदस्य शेर बहादुर उर्फ प्रेमकुमार को पर्यटक पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया। शेर बहादुर प्रयागराज के पड़रिया सोरांव का मूल निवासी है। उसका हालपता रायबरेली के राजघाट थाना क्षेत्र के सुभाष नगर है। पुलिस ने उसके पास से लैपटाप, मोबाइल बरामद किया है। इसके साथ ही विभिन्न बैंकों में 47 लाख 69 हजार 297 रूपये सीज कर दिये हैं। पुलिस ने उसे धारा 417, 420, 467, 468, 471, 120 बी व आईटी एक्ट की विभिन्न धाराओं के तहत उसे जेल भेज दिया।
साइबर क्राइम थाना को शिकायत मिली थी कि फर्जी ट्रेजरी अधिकारी बनकर पुलिस पेंशनरों के साथ ठगी की जा रही थी। इस मामले में साइबर थाने में अबतक 12 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस अधीक्षक गौरव शर्मा ने बताया कि इलेक्ट्रानिक सर्विलांस, फर्जी वेबसाइट की जांच कर साक्ष्य जुटाए गए थे। इसके बाद एक अभियुक्त शेर बहादुर को कैंट स्टेशन के सामने हनुमान मंदिर के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उसने बताया कि वह यह कार्य तीन साल से कर रहा है। मेरे साथी अफजल, आलम, सुशील कुमार, हर्षित, पंकज यादव मेरे वेबसाइट का प्रयोग कर जालसाजी करते थे।
गौरतलब है कि पुलिस इस मामले में अबतक दिनेश राम, रोहित सिन्हा, दीपक कुमार, अमित कुमार, चंदन सागर, संदीप चौबे, चंदन यादव, दीपक यादव, पंकज यादव, अफजल आलम, सुशील कुमार व मो. इरशाद को गिरफ्तार कर चुकी है। यह सभी बिहार के बक्सर, भोजपुर, जहानाबाद, पूर्वी चम्पारण, गया, बलिया के चैन छपरा, अमेठी के रहनेवाले हैं। शेर बहादुर 13वां मुल्जिम है। उसे गिरफ्तार करनेवाली टीम में साइबर क्राइम प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, प्रभात द्विवेदी, कांस्टेबल चंद्रशेखर यादव, अनिल कुमार मौर्य व विजय कुमार रहे।