दृश्यम 2 फिल्म देखकर बनाया अंजली बजाज के मर्डर का प्लान, आरोपी गिरफ्तार
जानिए क्या है पूरा मामला
आगरा। अंजली बजाज की हत्या के बाद ककरैठा के जंगल में शव को घसीटा गया था। पुलिस को घटनास्थल पर संघर्ष और शव को घसीटने के निशान मिले हैं। मौके से उनकी सिर्फ एक ही चप्पल मिली है। पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि प्रखर गर्ग हत्या से तीन दिन पहले घर से केदारनाथ जाने की कहकर निकला था। जबकि उसकी लोकेशन शहर में थी। पुलिस उसके काफी नजदीक पहुंच गई है। आरोपित प्रखर का पता पुलिस को वाट्सएप पर बाइक की फोटो से मिला। शास्त्रीपुरम की गेट बंद कालोनी भावना अरोमा निवासी कारोबारी उदित बजाज की पत्नी अंजली सात जून की शाम को ककरैठा के जंगल में स्थित वनखंडी महादेव मंदिर से लापता हो गई थीं। गुरुवार को उनका शव ककरैठा के जंगल में मिला। हत्या के बाद शव को नाले में जहां फेंका गया, वहां से वनखंडी महादेव मंदिर करीब 900 मीटर दूर है। जबकि यमुना 800 मीटर दूर है। शव को नाले में फेंकने का प्रयास किया था। मगर, शव नाले से पहले ही अटक गया।
पुलिस को घटनास्थल पर शव घसीटने के निशान मिले। इसके अलावा एक चप्पल भी काफी दूर मिली है। इससे अनुमान है कि अंजली ने जंगल में अपनी जान बचाने के लिए हत्यारे से काफी संघर्ष किया होगा। हत्यारोपितों ने अंजली को चाकू से गोद दिया था। कारोबारी की बेटी प्रखर के बारे में पुलिस को नहीं बता रही थी। पुलिस ने उसके मोबाइल को चेक किया। इसमें एक फोटाे में प्रखर का बाइक के साथ था। पुलिस ने एप पर बाइक नंबर डाला तो प्रखर का नाम-पता सामने आ गया। जिसके बाद पुलिस प्रखर के फ्लैट पर पहुंची। यहां पता चला कि वह तीन दिन से घर नहीं आया था। पूछताछ में सामने आया कि प्रखर केदारनाथ जाने की कहकर निकला था। प्रखर की मां ने पुलिस को बताया कि तीन दिन से शहर से बाहर है। जबकि उसकी लोकेशन बुधवार तक शहर में थी। इससे पुलिस का शक उस पर और गहरा हो गया। पुलिस मान रही है कि तीन दिन पहले ही उसने हत्या की साजिश साजिश रच ली थी। हत्या में चाकू का प्रयोग किया गया है। इससे भी यह स्पष्ट हो रहा है कि आरोपित तैयारी के साथ ही गया था। पुलिस की टीम उत्तराखंड और दिल्ली भेजी गई हैं। पुलिस उपायुक्त नगर विकास कुमार का कहना है कि घटना में शामिल अभियुक्तों को पकड़ने के लिए छह टीम लगाई हैं। शक के दायरे में आए युवक की तलाश में सभी संभावित स्थानों पर दबिश दी जा रही हैं।