उच्च अधिकारियों के वार्ता के लिए नहीं आने से नाराज ग्रामीणों ने हाईवे किया जाम, प्रदर्शन
हनुमानगढ़। हनुमानगढ़ स्थानीय पुलिस थाने के आगे बुधवार रात्रि से चल रहे धरने पर बैठे जन प्रतिनिधियों, दुकानदारों और ग्रामीणों द्वारा गुरुवार शाम को अपनी चार मांगों के लिए दिए गए शुक्रवार सुबह दस बजे तक समय अवधि में कोई सकारात्मक निर्णय नहीं मिलने से आक्रोशित ग्रामीणों ने जन प्रतिनिधियों, व्यापार मण्डल के आव्हान पर सुबह दस बजे बाजार बंद कर पुलिस थाने के आगे फिर से धरना लगा दिया। धरना स्थल पर बैठे जन प्रतिनिधियों, व्यापार मण्डल और ग्रामीणों को समर्थन देने के लिए क्षेत्र के सभी पार्टियों के तमाम जनप्रतिनिधि पहुंचे। जन प्रतिनिधियों ने वार्ता के लिए पुलिस और प्रशासन को पहले एक बजे का समय दिया। फिर तीन बजे का समय दिया। परंतु वार्ता के लिए कोई प्रशासनिक अधिकारी व पुलिस के आला अफसर धरना स्थल पर नहीं पहुंचा। उसके बाद अंतिम चेतावनी देते हुए पांच बजे का समय दिया गया इस पर उपखंड अधिकारी रविकुमार व वृताधिकारी रुघवीर सिंह पुलिस थाने से धरना स्थल पर पहुंचे तो चिलचिलाती धूप में सुबह से बैठे सैंकड़ों लोगो का धैर्य जवाब दे गया और उनको धरना स्थल से बिना किसी से बात किए वापिस भेज दिया।
बुधवार रात से थाने के आगे बैठे दुकानदारों, जन प्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने गुरुवार शाम को चार मांग डीएसटी टीम प्रभारी सतपाल सहित उसके साथियों का मेडिकल मुआयना करवाने, जांच पूर्ण होने तक डीएसटी टीम को सस्पेंड करने, रोजनामचे में गलत रपट लिखने वाले एएसआई शीशराम पर कार्रवाई करने व अपने गलत व्यवहार के लिए पुलिस प्रशासन द्वारा सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की लिखित में वृताधिकारी रुघवीर सिंह व तहसीलदार पायल अग्रवाल को देते हुए शुक्रवार सुबह तक का समय दिया था। शुक्रवार सुबह दस बजे तक पुलिस व प्रशासन द्वारा कोई सकारात्मक निर्णय नहीं आने से पूर्व सूचित निर्णय के अनुसार दुकानदारों ने बाजार बंद कर पुलिस थाने के आगे धरना स्थल पर पहुंच गए। जन प्रतिनिधियों के भाषण और चिलचिलाती धूप में बैठे रहने से युवाओं में आक्रोश बढ़ गया और उन्होंने तीन बजे पुलिस थाने का घेराव कर हाइवे जाम करने की चेतावनी दे दी। जिसके मद्देनजर शांति व्यवस्था बनाए रखने व हालत बिगड़ने पर काबू करने के लिए स्थानीय थाना प्रभारी संतोष ने रावतसर वृताधिकारी अरुण चौधरी सहित ज़ाप्ता बुलाया।