अमित शाह ने रैली के दौरान मंच से हटवाई बुलेट प्रूफ ग्लास शील्ड, देखें वीडियो
नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर में तीन दिन के दौरे पर पहुंचे गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को आखिरी दिन श्रीनगर में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि पांच अगस्त के बाद कर्फ्यू न लगाते और इंटरनेट बंद नहीं करते तो कश्मीर का युवा ही मरता। कश्मीर के युवाओं को गुमराह किया जाता है। कश्मीर की जनता का भी उतना ही अधिकार है जितना हमारा है।
अमित शाह ने कहा कि पीएम मोदी का दिल जम्मू-कश्मीर में बसता है। हर वक्त यहां का जिक्र करते हैं। जम्मू-कश्मीर के विकास में कोई खलल नहीं डाल सकता। पाकिस्तान के बदले घाटी के लोगों से बात करूंगा। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि बहुत लोगों ने सवाल उठाए कि 370 हटने के बाद कश्मीरियों की जमीन छीन ली जाएगी पर किस गांव में लोगों की जमीन छीनी गई। यह बात सच नहीं है। ये लोग विकास को बांध कर रखना चाहते हैं, अपनी सत्ता को बचाकर रखना चाहते हैं। 70 साल से जो भ्रष्टाचार किया है उसको चालू रखना चाहते हैं। 70 साल का भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए यह कदम उठाया गया है।
शाह ने कहा कि पांच अगस्त को इंटरनेट बंद नहीं करते तो कुछ लोग युवाओं को भड़काते और इससे कई लोगों की जान जाती। कश्मीर के विकास में खलल डालने वाले लोग कामयाब नहीं होंगे। शाह ने कहा कि आप सब अपने दिल में से खौफ और डर निकाल दीजिए। कश्मीर की शांति और विकास की यात्रा में अब कोई खलल नहीं डाल सकता। इस दौरान अमित शाह ने कहा कि बिना सुरक्षा के आपके बीच हूं।
मैं आज कश्मीर के युवाओं से अपील करने आया हूं कि जिन्होंने आपके हाथ में पत्थर पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया? जिन्होंने आपके हाथ में हथियार पकड़ाए थे, उन्होंने आपका क्या भला किया? वह लोग आपसे सिर्फ पाकिस्तान की बात करते हैं।
जम्मू-कश्मीर में हमेशा शांति हो सकती है। भारत पर आपका भी उतना ही अधिकार है जितना अन्य का है। तीन परिवारों ने सिर्फ कश्मीर को लूटा है। कश्मीर के युवाओं को चुनाव लड़ने का अधिकार क्यों नहीं मिला। 70 साल तक सांसद विधायक अपने ही लोगों को बनाया। अगर कोई युवा मुख्यमंत्री बनता है तो उनके परिवारों का क्या होगा। युवाओं से कहा कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया चुनिए, आप भी सांसद, विधायक मुख्यमंत्री बन सकते हैं।
अमित शाह ने कहा कि आरक्षण का फायदा पहाड़ी भाइयों को नहीं मिलता था, लेकिन अब मिलेगा, कश्मीर की सभी माताओं को गैस मिलेगी। 24 घंटे के अंतर में पहुंचा दिया जाएगा। घर-घर में बिजली पहुंच रही है। केंद्र सरकार ने कश्मीर के हर घर के अंदर शौचालय पहुंचाया। अब यहां हर घर में पानी पहुंचेगा। दो जिलों में योजना पूरी हो गई है।
सवाल पूछने वालों से कहना चाहता हूं घर, बिजली, शौचालय क्यों नहीं दिया। कश्मीर वालों के लिए सेहत योजना के तहत पांच लाख का पूरा खर्चा प्रशासन उठा रहा है। फारूक साहब, महबूबा बहन हिसाब दीजिए, कश्मीरियों के इलाज की व्यवस्था क्यों नहीं की। शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पयर्टन बर्बाद कर दिया गया था। हम चाहते हैं कि युवा हाथ में हथियार नहीं पुस्तक उठाएं।
इससे पहले, गृहमंत्री अमित शाह ने अपने तीन दिवसीय दौरे के आखिरी दिन सोमवार को खीर भवानी मंदिर में जाकर पूजा-अर्चना की। उन्होंने माता की आरती उतारी और मंदिर की परिक्रमा भी लगाई। इस मौके पर उनके साथ जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा भी मौजूद रहे। उनके इस दौरे के लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि माता खीर भवानी मंदिर में माँ के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त हुआ। देशभर के कश्मीरी पंडित भाईयो-बहनों की आस्था का ये एक ऐसा अटूट केंद्र है जो पूरे राष्ट्र को प्रेरणा देता है। इस पवित्र स्थल में एक अद्भुत शक्ति है जिसकी अनुभूति यहाँ आकर निश्चित रूप से होती है।
अनुच्छेद 370 हटने के बाद पहली बार जम्मू-कश्मीर के दौरे पर पहुंचे केंद्रीय गृहमंत्री ने रविवार को जम्मू के भगवती नगर में रैली को संबोधित किया था। गृहमंत्री को सुनने के लिए जम्मू संभाग के सभी जिलों से लोग पहुंचे थे। इस दौरान लोगों ने कहा कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह और प्रधानमंत्री के नेतृत्व में जम्मू- कश्मीर विकास के नए आयाम छुएगा और जम्मू संभाग की लंबे समय हो रहे अनदेखी भी खत्म होगी।
कठुआ से रैली में गुज्जर-बकरवाल समुदाय के लोगों ने कहा कि वन अधिकार मिलने से समुदाय के लोगों में वर्तमान सरकार के प्रति विश्वास पैदा हुआ। हम केंद्र और प्रदेश सरकार की तरफ आशा भरी नजरों से देख रहे हैं। कठुआ से आए चौधरी सुलतान खान ने कहा कि केंद्र सरकार ने पिछले कुछ समय में गुज्जर- बकरवाल समुदाय के कल्याण के लिए कई कदम उठाए हैं।
केंद्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का हर स्तर लाभ मिलना चाहिए। इसके लिए सरकार को काम करना होगा। उन्होंने विधानसभा में समुदाय के लोगों के आरक्षण की मांग की, ताकि समुदाय की आवाज बुलंद हो सके। वहीं केके डिंगरा ने कहा कि अनुसूचित जाति के लोगों को वर्तमान सरकार से काफी उम्मीदें हैं।