Ajmer : रेलमंत्री ने पुष्कर-मेडता रेल लाइन पर जताई सहमत विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी
अजमेर । रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन शीघ्र शुरू करने पर सहमति जताई है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रेलमंत्री से मुलाकत कर रेललाइन शीघ्र शुरू करने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। श्री वैष्णव ने सभी मुद्दों पर शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही पर सहमति दी। विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने दिल्ली प्रवास …
अजमेर । रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव ने पुष्कर-मेड़ता रेल लाइन शीघ्र शुरू करने पर सहमति जताई है। विधानसभा अध्यक्ष वासुदेव देवनानी ने रेलमंत्री से मुलाकत कर रेललाइन शीघ्र शुरू करने सहित अन्य मुद्दों पर चर्चा की। श्री वैष्णव ने सभी मुद्दों पर शीघ्र सकारात्मक कार्यवाही पर सहमति दी।
विधानसभा अध्यक्ष श्री वासुदेव देवनानी ने दिल्ली प्रवास के दौरान रेलमंत्री श्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकत की। उन्होंने अजमेर, पुष्कर, मेड़ता रेल लाइन शीघ्र शुरू करने का आग्रह किया। श्री वैष्णव ने इस पर शीघ्र मंजूरी जारी करने की सहमति दी है। देवनानी ने श्री वैष्णव से रेल सुविधाओं में विस्तार के संबंध में विस्तृत चर्चा की। उन्होंने कहा कि अजमेर ऎतिहासिक नगरी है। यहां ब्रह्माजी का मंदिर, तीर्थराज पुष्कर, ख्वाजा साहब की दरगाह आदि धार्मिक व पर्यटक स्थल हैं। प्रतिदिन हजारों देशी-विदेशी सैलानी अजमेर आते हैं। जिस तादाद में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की यहां आवाजाही रहती है, उस अनुपात में रेल सुविधाएं पर्याप्त नहीं है। रेलों की कमी और संचालित कई रेलों का भी ठहराव अजमेर रेलवे स्टेशन पर नहीं होने से अजमेरवासियों एवं सैलानियों को खासी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। अजमेर के पास ही स्थित मीरा नगरी के नाम से विख्यात मेड़ता शहर भी है पुष्कर आने वाले समस्त श्रद्धालु मेड़ता में मीराबाई के दर्शन भी करते है। मेड़ता और पुष्कर के मध्य रेल सेवा नही होने से श्रद्धालुओं को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस कारण पुष्कर मेड़ता रेल खण्ड को शीघ्र आरम्भ करने की आवश्यकता है । इसके लिए पर्याप्त बजट आंवटित कर शीघ्र ही कार्य आरम्भ किया जाना चाहिए। अजमेर मेड़ता रेल लाइन बिछकर आरम्भ होने से जोधपुर और बीकानेर के लिए भी सीधी रेल सेवा उपलब्ध होगी साथ ही पंजाब होते हुए वैष्णोदेवी तक की यात्रा सुगम होगी।
उन्होंने अजमेर से चेन्नई तक साप्ताहिक गाड़ी चलाने का सुझाव दिया गया है, ताकि दक्षिण भारत के लिए यात्रियों को सुविधा मिल सके। ज्ञापन में कहा गया है कि .अजमेर स्टेशन के प्लेटफॉर्म न. 1 व 4 पर लिफ्ट का प्रावधान किया जाए। वर्तमान में उदयपुर से हरिद्वार वाया अजमेर गाड़ी को पुष्कर से जोड़ा जाए और पुष्कर से यह गाड़ी नियमित चलाई जाये। रेवाड़ी-फुलेरा यात्री गाड़ी का विस्तार अजमेर तक किया जाए। आरएमएस (रेलवे मेल सर्विस) डाक विभाग की बिल्डिंग के कारण अजमेर स्टेशन का सर्कुलेटिंग एरिया बहुत छोटा हो गया है। इसलिए आरएमएस बिल्डिंग को अन्यत्र कहीं शिफ्ट किया जाए।
उन्होंने अवगत कराया कि सभी गाड़ियों में अनारक्षित कोच चलाए जा रहे थे, जो वर्तमान में आरक्षित कोच में परिवर्तित कर दिए गए हैं, जिससे सामान्य जनता को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। इसलिए सभी गाड़ियों में पूर्व की भांति अनारक्षित कोच भी चलाए जाएं। अजमेर स्टेशन के नवनिर्मित प्रवेशद्वार के सर्कुलेटिंग एरिया में कैटरिंग स्टॉल, वाटर वेडिंग मशीन तथा मिल्क स्टॉल उपलब्ध कराए जाएं।
देवनानी ने कहा कि वैष्णव से मुलाकात कर उन्हें अजमेर की रेल संबंधी समस्याओं के संबंध में जानकारी दी गई। अजमेर, राजस्थान के मध्य में ऎतिहासिक नगरी है। धर्म, कला, संस्कृति एवं स्थापत्य कला की दृष्टि से अजमेर का अपना विषेष महत्व है। ब्रह्माजी का मंदिर, तीर्थराज पुष्कर, सूफी संत ख्वाजा मोइनुदीन चिष्ती की दरगाह इत्यादि धार्मिक एवं पर्यटक स्थल अजमेर की ख्याति को चार चांद लगा रहे हैं। प्रतिदिन हजारों की संख्या में देषी-विदेशी सैलानी अजमेर आते हैं। जिस तादाद में सैलानियों व श्रद्वालुओं की यहां आवाजाही रहती है, उस अनुपात में रेल सुविधाएं पर्याप्त नहीं हैं।