रीट लेवल मुख्य परीक्षा में परीक्षा देता एक फर्जी परीक्षार्थी गिरफ्तार

मामलें में जांच जारी

Update: 2023-02-26 13:20 GMT
जयपुर। चित्रकूट थाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए प्राथमिक विद्यालय अध्यापक परीक्षा (रीट लेवल-1) मुख्य परीक्षा में परीक्षा दे रहे एक फर्जी परीक्षार्थी को गिरफ्तार किया गया है। जिसके पास से पुलिस ने फर्जी आधार कार्ड सहित प्रवेश पत्र बरामद किए गए है। पुलिस ने बताया कि थाना इलाके में स्थित श्रीमती कमला देवी बुधिया राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय हीरापुरा में आयोजित प्राथमिक विद्यालय अध्यापक परीक्षा ( रीट लेवल-1 ) मुख्य परीक्षा में एक फर्जी परीक्षार्थी रामजीवन बिश्नोई जिला सेड़वा जिला बाड़मेर हाल मधुबन जिला जोधपुर को मूल परीक्षार्थी विजेन्द्र कुमार निवासी चितलवाना जिला जालोर के स्थान पर परीक्षा देते हुए गिरफ्तार किया गया है। राजस्थान में रीट परीक्षा में अलवर जिले में डमी कैंडिडेट पकड़ा गया। वह डीग के युवक की जगह परीक्षा दे रहा था। मामला अलवर के यशवंत स्कूल का है। परीक्षा कक्ष में ड्यूटी दे रहे स्टाफ को परीक्षार्थी पर शक हुआ। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर परीक्षार्थी के दस्तावेज चेक किए जिस पर पूरे मामले का खुलासा हुआ। पुलिस ने परीक्षार्थी को गिरफ्तार कर उससे पूछताछ शुरू कर दी है। अलवर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय यशवंत में प्रथम पारी में तृतीय श्रेणी शिक्षक भर्ती परीक्षा में दूसरे परीक्षार्थी की जगह पर परीक्षा देते हुए एक डमी परीक्षार्थी कैलाश सैनी को गिरफ्तार किया है।
मामले के मुताबिक आरोपी कैलाश सैनी सिरोही का रहने वाला है, जो परीक्षार्थी विरेंद्र सिंह निवासी डीग जिला भरतपुर की जगह पर परीक्षा देते हुए पकड़ा गया है। कोतवाली कार्यवाहक थानाधिकारी बीजेंद्र ने बताया कि सुबह सूचना मिली कि एक डमी परीक्षार्थी को पकड़े जाने का शक होने पर वह बीच में ही परीक्षा छोड़कर भागने की फिराक में था। तभी पुलिस टीम और केंद्राधीक्षक ने संदीध परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र और अन्य दस्तावेजों का वेरिफिकेशन किया जिसमें आरोपी कैलाश सैनी निवासी सिरोही डमी परीक्षार्थी निकला। इस पर उसे गिरफ्तार कर थाने लाया गया। बता दें प्रशासन की तमाम सख्ती और पाबंदी के बाद भी डमी कैंडिडेट मिलने का सिलसिला जारी है। परीक्षा के पहले दिन जोधपुर में पुलिस ने डमी अभ्यर्थी समेत 37 लोगों को गिरफ्तार किया था। ऐसे में साफ है कि युवाओं के साथ खिलवाड़ हो रहा है। सख्त कानून नहीं होने के कारण लोग नकल करते हैं। परीक्षा में गड़बड़ी करते हैं। पुलिस ने कहा कि पकड़े गए अभ्यार्थी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करके जांच पड़ताल शुरू की गई है। कितने पैसे लेकर अभ्यर्थी परीक्षा देने पहुंचा व उसके साथ गैंग में और कितने लोग हैं. कई ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब पुलिस तलाश रही है. साथ ही असली अभ्यर्थी को भी पकड़ने के लिए पुलिस टीम रवाना हो चुकी है।
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