37 तरह के वाटर योगा 37 मिनट में कर दिखाए, बुजुर्ग ने बनाए कई रिकॉर्ड्स
महाराष्ट्र न्यूज़
चंद्रपुर: 85 साल की उम्र में उनका काम ऐसा है कि पच्चीस की उम्र वाले भी वैसा करने के लिए सौ बार सोचने की हिम्मत ना जुटा पाएं, हिम्मत जुटा भी लें तो कर पाएं, यह कहना मुश्किल है. उन्होंने 37 मिनट में 37 तरह के जल योगासन कर दिखाए हैं. ऐसा कर के उन्होंने इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवाया है. कृष्णाजी नागपुरे पानी में काफी वक्त गुजार सकते हैं. ना सिर्फ वक्त गुजार सकते हैं बल्कि पानी के अंदर कई कमाल करते हैं. इन्हीं में से कुछ कारनामों को इन्होंने आज (28 अगस्त, रविवार) महाराष्ट्र के चंद्रपुर के जिला क्रीड़ा स्टेडियम के तालाब में कर दिखाया और रिकॉर्ड अपने नाम करवाया.
इस तरह कृष्णाजी नागपुरे सबसे ज्यादा उम्र में जलयोग करने वाले शख्स बन गए हैं. कृष्णाजी नागपुरे पिछले 70 सालों से जलयोग साधना का प्रचार और प्रसार कर रहे हैं. आज उन्होंने 37 मिनट में 37 तरह के जल योगासनों का प्रदर्शन कर इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करवा लिया.
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भी दिखाई थी जल आसनों की झलक
21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है. इसी साल योग दिवस के मौके पर भी चंद्रपुर के कृष्णाजी नागपुरे ने अपनी योगसाधना की झलक दिखलाकर लोगों को आश्चर्य चकित कर दिया था. पानी पर सांसों की लयबद्धता को कायम रखते हुए उन्होंने 20 तरह के योगासन किए थे. पानी में हाथ-पैर मारते हुए उन्होंने दोनों हाथ पीछे की तरफ लेकर मूषक चाल, बतख चाल जैसे कई तरह के योगासन दिखाए थे. इनके अलावा एक ही जगह पर स्थिर होकर फिरना, पद्मासन, शवासन, नमस्कार करना- ये सारे आसन वे पानी में रह कर सहज तरीके से कर पाते हैं. पानी में पद्मासन करते वक्त आधार नहीं रहता है, इसलिए इसे आसानी से कर पाने का काम सोचना भी हैरान करता है.
नहीं कुछ भी असंभव है, योग से सब संभव है
सबसे ज्यादा हैरानी की बात तो यही है कि ये सब वे 85 की उम्र में कर पा रहे हैं. वे पानी में काफी देर तक आराम से डुबकी मार कर रह जाते हैं. इसी अवस्था में वे सहज तरीके से काफी वक्त तक तरह-तरह के आसन भी कर जाते हैं. यह बात जो भी सुनता है, देखता है, जानता है वो अपने दांतो तले ऊंगलियां दबा लेता है. जो एक से बढ़ कर एक जवान युवा भी नहीं कर पाता है, वो ये इतनी आसानी से कैसे कर पाते हैं. जब लोग इनसे यह सवाल कर जाते हैं तो वे बस यही बताते हैं कि योग साधना से सब संभव है.