पर्यटन विकास पर खर्च होंगे 2500 करोड़, एडीबी की मदद से चलेगी प्रक्रिया

Update: 2023-09-13 10:08 GMT
धर्मशाला। राज्य सरकार हिमाचल में पर्यटन की अपार संभावनाओं को ध्यान में रखते हुए साहसिकए धार्मिक एवं प्राकृतिक पर्यटन अधोसंरचना को विकसित करने के दृढ़ प्रयास कर रही है और भविष्य में सालाना पांच करोड़ पर्यटकों के स्वागत का महत्त्वाकांक्षी लक्ष्य रखा गया है। इस लक्ष्य की पूर्ति के लिए राज्य सरकार एशियन विकास बैंक की मदद से हिमाचल में पर्यटन विकास के लिए 2500 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे। प्रारंभिक तौर पर 1300 करोड़ की राशि स्वीकृत हो चुकी है। यह जानकारी पर्यटन निगम के अध्यक्ष कैबिनेट रैंक आरएस बाली ने मंगलवार को मकलोडगंज में पर्यटन विभाग के होटल के सभागार में पर्यटन विभाग के अधिकारियों की राज्य स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। राज्य सरकार ने भी पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए चालू वित वर्ष में 400 करोड़ के बजट का प्रावधान किया गया है।
पर्यटन क्षेत्र प्रदेश की आर्थिकी की रीढ़ है और इसके माध्यम से प्रदेश के हजारों परिवारों को प्रत्यक्ष एवं परोक्ष रूप से आजीविका प्राप्त होती है। आरएस बाली ने कहा कि कांगड़ा हवाई अड्डे के विस्तारीकरण, धर्मशाला में अंतरराष्ट्रीय स्तर के कन्वेंशन सेंटर, बनखंडी में जूलॉजिकल पार्क, नगरोटा बगवां में ओल्ड एज वेलनेस रिजॉर्ट व हाई एंड फाउंटेन, नरघोटा में टूरिज्म विलेज, आइस स्केटिंग तथा रोलर स्केटिंग रिंक, परागपुर में गोल्फ कोर्स मैदान, धर्मशाला में धौलाधार बायोडायवर्सिटी पार्क आदि कार्य जल्द शुरु किया जाएगा। नगरोटा में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर म्यूजिक फाउंटेन भी स्थापित किया जाएगा, जो कि पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र होगा। वहीं विदेशों की तर्ज पर हिमाचल में पर्यटकों को हाइटेक बसें चलाई जाएंगी।
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