चंडीगढ़। पंजाब में नशे के विरुद्ध जारी निर्णायक जंग के बीच पुलिस ने एनडीपीएस के तहत 18 वाणिज्यिक समेत 173 एफआईआर दर्ज करके पिछले सप्ताह प्रदेश में सक्रिय 241 नशा तस्करों/आपूर्तिकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) मुख्यालय सुखचैन सिंह गिल ने सोमवार को यहां पत्रकारों को बताया कि पुलिस ने पांच किलोग्राम हेरोइन, 4.90 किलोग्राम अफीम, 5.92 क्विंटल चूरा पोस्त और 1.95 लाख गोलियाँ भी बरामद की हैं। फार्मा ओपिओइड के कैप्सूल/इंजेक्शन/शीशियों के अलावा उनके कब्जे से 7.89 लाख रुपये की ड्रग मनी बरामद की। उन्होंने कहा कि एनडीपीएस मामलों में पिछले सप्ताह गिरफ्तार किए गए 13 और घोषित अपराधियों (पीओ)/भगोड़ों के साथ गिरफ्तारियों की कुल संख्या 636 तक पहुंच गई है। पुलिस ने चीनी डोर बेचने वालों के विरुद्ध सख़्त कार्रवाई करते हुए पिछले एक महीने के दौरान 234 एफआईआरज़ दर्ज कर चीनी डोर के 11,364 बंडल ज़ब्त किए गए और इस डोर को बेचने में शामिल 255 व्यक्तियों को गिरफ़्तार किया है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान के निर्देशानुसार चीनी पतंगबाज़ी की डोर बेचने और खरीदने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेगी। ज्ञातव्य है कि पुलिस महानिदेशक गौरव यादव ने सभी सी.पीज़/एसएसपीज़ को सख़्त हिदायतें दी थीं कि वह हरेक मामले, ख़ास तौर पर नशों की बरामदगी से जुड़े मामलों की बारीकी से पड़ताल करें, भले ही उनसे मामूली मात्रा में ड्रग्स की बरामदगी हुई हो। प्रदेश को नशा मुक्त बनाने के लिए सीमावर्ती राज्य से नशों के खतरे से निपटने के लिए व्यापक नशा विरोधी मुहिम शुरू की गई है। डीजीपी ने सभी सीपी/एसएसपी को सख़्ती से आदेश दिया है कि वे अपने अधिकार क्षेत्र में सभी हॉटस्पॉट्स की पहचान करें जहां ड्रग्स का प्रचलन है, और सभी शीर्ष ड्रग तस्करों पर नकेल कसें। उन्होंने पुलिस प्रमुखों को गिरफ्तार किए गए सभी नशा तस्करों की संपत्ति को प्रभावी ढंग से जब्त करने के भी निर्देश दिए, ताकि उनकी अवैध कमाई की वसूली की जा सके।