छतरपुर। ब़ड़ामलहरा में नवरात्र में व्रत के दौरान कुट्टू या सिंघाड़े का आटा उपयोग करने से 15 लोग बीमार हैं। बीमारों में 10 लोगों को जिला अस्पताल में भर्ती करवाया गया है। सभी को हाथों-पैरों में कंपन और उल्टी की शिकायत है। जिला अस्पताल में बीमारों को भर्ती कराए जाने की सूचना के बाद प्रभारी एसएलआर अभिनव शर्मा ने हाल-चाल जाना है। उन्होंने सिविल सर्जन डा. जीएल अहिरवार को सभी को उचित इलाज और देखरेख करने के लिए कहा है।
बड़ामलहरा में बुधवार देर शाम कुट्टू या सिंघाड़े का आटा उपयोग करने से लोगों के बीमार होने की सूचना मिली। प्रशासन और नगर परिषद का अमला सक्रिय हुआ। पहले बीमारों को इलाज के लिए बड़ामलहरा के अस्पताल में लाया गया। यहां इलाज से राहत नहीं मिली तो बीमार लोगों को जिला अस्पताल के लिए रेफर किया गया है। बड़ामलहरा से देर रात तक 22 वर्षीय भूपेंद्र पाठक, 40 वर्षीय अनीता मिश्रा, 35 वर्षीय रूपा मिश्रा, 15 वर्षीय रामजी मिश्रा, 40 वर्षीय राजेश मिश्रा और 13 वर्षीय श्याम मिश्रा सहित 10 लोगों को जिला अस्पताल के मेडिकल वार्ड में भर्ती करवाया गया है।
बीमार हुए लोगों ने अधिकारियों को बताया है कि उन्होंने बड़ामलहरा में चक्रेश जैन की दुकान से आटा लिया था। इस आटे का हलवा बनाकर इस्तेमाल किया गया है। इसके बाद से दुकान से आटा जब्ती की कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही नगर परिषद की ओर से भी बड़ामलहरा में ऐलान करवाया गया है कि कोई भी दुकानदार कुट्टू का आटा नहीं बेचे। साथ ही लोगों से भी सावधान रहने के लिए कहा गया है। छतरपुर में प्रभारी एसएलएल अभिनव शर्मा ने लोगों से फलाहार में कट्टू का आटा उपयोग नहीं करने की अपील की है।