बाप रे बाप…सोने की टेबलेट बनाकर निगला, पुलिस ने घेराबंदी कर 2 को दबोचा

गाजियाबाद: सऊदी अरब से 25 लाख का सोना पेट में छिपाकर ला रहे दो तस्करों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया। रामपुर निवासी दोनों तस्कर कस्टम विभाग की आंखों में धूल झोंककर गाजियाबाद में बस अड्डे पर आ पहुंचे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। डॉक्टरों की टीम तस्करों के पेट से सोना निकालने में …

Update: 2024-01-21 22:15 GMT

गाजियाबाद: सऊदी अरब से 25 लाख का सोना पेट में छिपाकर ला रहे दो तस्करों को क्राइम ब्रांच ने दबोच लिया। रामपुर निवासी दोनों तस्कर कस्टम विभाग की आंखों में धूल झोंककर गाजियाबाद में बस अड्डे पर आ पहुंचे, जहां उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया। डॉक्टरों की टीम तस्करों के पेट से सोना निकालने में जुटे हैं। एडीसीपी क्राइम सच्चिदानंद ने बताया कि क्राइम ब्रांच प्रभारी अब्दुर रहमान सिद्दीकी को मुखबिर ने सूचना दी थी कि दो तस्कर सऊदी अरब से सोने की तस्करी करके ला रहे हैं। तस्कर मुंबई और दिल्ली के रास्ते गाजियाबाद पहुंचने वाले हैं।

दोनों के पास 200-200 ग्राम सोना बताया गया था। सूचना के आधार पर क्राइम ब्रांच की टीम ने घेराबंदी करते हुए दोनों तस्करों को सिहानी गेट थानाक्षेत्र स्थित बस अड्डे से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों की पहचान थाना टांडा, जिला रामपुर के मोहल्ला बब्बलपुरी निवासी नदीम, मोहल्ला हाजीपुरा निवासी फुजैल के रूप में हुई।

सख्ती से पूछताछ के बाद तस्करी कबूली एडीसीपी क्राइम के मुताबिक पूछताछ करने पर दोनों तस्करों ने अपने पास सोना न होने की बात कही और क्राइम ब्रांच को गुमराह किया। मुखबिर से संपर्क करने पर उसने सूचना को बिल्कुल पुष्ट बताया। इसके बाद दोनों तस्करों से सख्ती से पूछताछ की गई तो उन्होंने सोना तस्करी कबूल कर ली।

उन्होंने बताया कि यह यात्री वीजा पर सऊदी अरब गए थे। वहां गोलियों के आकार में दो सौ-दो सौ ग्राम सोना खरीदा और भारत लौटते वक्त फ्लाइट में बैठने के दौरान ही पानी से गोलियों को निगल लिया। आरोपी हर बार वाहन बदलते रहे पुलिस पूछताछ में पता चला कि दोनों तस्कर फ्लाइट के जरिये सऊदी अरब से मुंबई पहुंचे। वहां से ट्रेन पकड़कर दिल्ली पहुंचे और दिल्ली से बस में बैठकर गाजियाबाद बस अड्डे पहुंचे। यहां वह रामपुर जाने वाली बस का इंतजार कर रहे थे, लेकिन क्राइम ब्रांच ने उन्हें दबोच लिया।

एडीसीपी क्राइम के मुताबिक नदीम सोना तस्कर है। वह खाडी़ देशों से पूर्व में भी सोने की तस्करी कर चुका है, जबकि फुजैल उसके कहने पर पहली बार तस्करी में शामिल हुआ था। फुजैल आजीविका चलाने के लिए बिरयानी की ठेली लगाता है। पुलिस का कहना है कि दोनों से पूछताछ जारी है।

पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि उन्होंने सोने की गोलियों को पहले पन्नी में लपेटा और फिर उन्हें निगल लिया। नदीम ने बताया कि सऊदी अरब से सोना लाने पर उसे प्रति तोला 20 हजार रुपये मिलते थे। वह रामपुर के एक सुनार को तस्करी का सोना बेचता था। वह घर पहुंचकर मल के जरिये सोना निकालता और फिर सफाई करने के बाद सुनार को दे देता। इसके लिए वह फाइबर युक्त भोजन करता था। पुलिस का कहना है कि दोनों ही आरोपी काफी समय से सोने की तस्करी में शामिल है।

तस्करों के पकड़े जाने के बाद कस्मट विभाग के कर्मचारियों का कारनामा सामने आया है। पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि मुंबई एयरपोर्ट पर कस्टम विभाग के कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ लिया था, लेकिन साठगांठ करके छोड़ दिया। नदीम पूर्व में छह बार सोने की तस्करी कर चुका है, लिहाजा उसे कस्टम विभाग से बचने के तरीके पता हैं। वहीं, कई बार बुलाने के बाद कस्टम विभाग के अधिकारी शनिवार को गाजियाबाद आए, लेकिन कुछ उगलवाए बिना चले गए।

एडीसीपी क्राइम ने स्वास्थ्य विभाग से तस्करों के पेट से सोना निकालने के लिए जिलाधिकारी को पत्र लिखा। मंजूरी मिलने के बाद जिला एमएमजी अस्पताल के डॉक्टर सोना निकालने की कोशिश में जुटे हैं। एमएमजी अस्पताल के सीएमएस डॉ. मनोज चतुर्वेदी का कहना है कि एक्सरे में पेट के अंदर कुछ वस्तु दिखाई पड़ी है। चिकित्सीय परीक्षण के लिए दोनों तस्करों को भर्ती कर लिया गया है। मल के रास्ते सोना निकालने का प्रयास किया जा रहा है। कामयाबी न मिलने पर ऑपरेशन करके सोना निकाला जाएगा।

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