उत्तराखंड में फजीहत से बचने के लिए आबकारी विभाग ने 6 छोटे कर्मियों क़ो करवा दिया सस्पेंड
देहरादून (आईएएनएस)। उत्तराखंड आबकारी विभाग का काम राजस्व जुटाने के साथ-साथ शराब की तस्करी से लेकर शराब माफियाओं पर भी नजर बनाए रखने का है लेकिन उधम सिंह नगर में हालात कुछ और ही हैं। यहां आबकारी विभाग के अधिकारी आंखें मूंदे बैठे रहे और पुलिस ने नकली शराब बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ भी कर दिया।
इसके बाद देहरादून में बैठे आबकारी विभाग के अधिकारियों की नींद खुली और आनन-फानन में फजीहत से बचने के लिए बाजपुर में आबकारी विभाग में तैनात 2 निरीक्षक -- मोहन सिंह कोरंगा और सोनू सिंह, एक उप निरीक्षक देवेंद्र कुमार, व एक प्रधान सिपाही नितिन कुमार और 2 सिपाही धर्म सिंह, जगवती पर निलंबन की कार्रवाई का चाबुक भी चला दिया।
जनपद की संपूर्ण जिम्मेदारी जिले के आबकारी अधिकारी की होती है लेकिन इसके बावजूद भी खानापूर्ति के लिए नीचे के अधिकारियों के ऊपर कार्रवाई करते हुए इतिश्री कर ली गई।
दरअसल, बीते दिनों उधम सिंह नगर के गूलरभोज में पुलिस ने रोशनपुर गांव में एक मकान में चल रही नकली देसी शराब बनाने की फैक्टरी का भंडाफोड़ किया। पुलिस ने शराब बनाने और सप्लाई करने वाले छह आरोपियों को गिरफ्तार किया। इनमें तीन सगे भाई हैं और दो दंपत्ती हैं। इस गिरोह का सरगना फरार है।
पुलिस ने बड़ी मात्रा में देशी शराब, शराब बनाने में इस्तेमाल केमिकल और उपकरण बरामद किए थे। टीम ने मौके से खाली पव्वों के ढक्कन, बाजपुर गुलाब लिखी चिटें, उत्तराखंड शासन उत्तराखंड आबकारी लिखी चिट सहित शराब बनाने में इस्तेमाल केमिकल, उपकरण, होंडा सिटी कार यूपी 16जे - 8968 में भरी 6 पेटी शराब बरामद की।
साथ ही टीम ने कुंडेश्वरी काशीपुर स्थित गोदाम से आठ ड्रम शराब बनाने के केमिकल भी जब्त किए। अभियुक्तों ने बताया कि वे सुखबिंदर सिंह उर्फ सोनू निवासी बेरिया दोलत केलाखेड़ा के लिए काम करते हैं। अवैध देसी शराब बनाकर उसे कुमाऊं के पर्वतीय क्षेत्रों में बेचने के लिए ले जाते हैं।
इस मामले में अभियुक्तों के खिलाफ धारा 60/60(2)/12 आबकारी अधिनियम के तहत केस दर्ज किया गया है। बताया कि फरार सुखबिंदर की तलाश की जा रही है।