टिहरीः घनसाली विधानसभा के तहसील थार्ती में आसमानी आफत का कहर (Cloudburst in Tehri) देखने को मिला है. यहां बादल फटने से नैलचोमी, थार्ती और ठेला गांव में भारी नुकसान हुआ है. बादल फटने से उफान पर आए बरसाती गदेरों ने सिंचाई नहरें, खेती और फसलों के साथ कई पुलों को तबाह कर दिया. वहीं, बादल फटने के तुरंत बाद टिहरी डीएम सौरभ गहरवार आपदा प्रभावित थार्ती पहुंचे. जहां उन्होंने स्थलीय निरीक्षण कर आपदा से हुए नुकसान का जायजा लिया.
बता दें कि टिहरी के नैलचामी में सुबह 6 बजे बादल फटने की घटना (Tehri cloudburst) हुई. पानी के साथ आए सैलाब में भारी नुकसान पहुंचा है. बादल फटने की सूचना मिलते ही टिहरी जिलाधिकारी सौरभ गहरवार (Saurabh Gaharwar inspected Disaster Affected Area) आपदा प्रभावित थार्ती पहुंचे. इस दौरान उन्होंने एसडीएम को आपदा प्रभावित क्षेत्रों से शिफ्ट किए जाने वाले परिवारों को तत्काल इंटर कॉलेज ठेला में ठहराने और खाने पीने की व्यवस्था कराने के निर्देश दिए. साथ ही ऊपर रह रहे परिवार के साथ संपर्क में रहने और मौसम विभाग की पूर्व चेतावनी के अनुसार संवदेनशील क्षेत्रों में प्रचार प्रसार कर लोगों को अलर्ट करने को कहा.
डीएम सौरभ गहरवार (Tehri DM Saurabh Gaharwar) ने लोक निर्माण विभाग, विद्युत समेत अन्य संबंधित विभागों को सभी कार्यों के इस्टीमेट तैयार कर 27 अगस्त को होने जा रही बैठक में उपलब्ध कराने के निर्देश दिए. थार्ती और ठेला गांव के कुछ परिवारों को विस्थापित करने के संबंध में जिलाधिकारी ने कहा कि भूगर्भीय अधिकारी को क्षेत्र में जांच के लिए भेजा जाएगा. उनसे मिले रिपोर्ट के आधार पर प्रस्ताव शासन को भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि भूगर्भीय अधिकारी की जांच के समय राजस्व विभाग और ग्रामीण भी मौजूद रहें.
वहीं, डीएम सौरभ गहरवार ने विस्थापन को लेकर एसडीएम को भूमि चिन्हित करने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जो भी कार्य हो रहे हैं, उनकी जानकारी प्रधान को भी उपलब्ध करा दी जाएगी. साथ ही एसडीएम से आपदा के मद्देनजर रिलीफ कैंप और सभी गांवों में दो माह का राशन पहुंचा या नहीं, बिजली व पानी आदि मूलभूत व्यवस्थाएं देखने को कहा. वही, थार्ती गांव में नैलचामी गाड़ में जलस्तर बढ़ने से कृषि भूमि, पेयजल योजना, विद्युत व्यवस्था एवं अन्य संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है.