किच्छा। किच्छा पुलिस और एसटीएफ की सजगता से किच्छा में एक जघन्य हत्याकांड होने से टल गया। यूपी सीमावर्ती के रहने वाले एक बदमाश की हत्या करने आए चार शूटरों को एसटीएफ और किच्छा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।
टीम ने आरोपियों के कब्जे से भारी मात्रा में हथियार और कारतूस बरामद किए हैं। पुलिस ने शूटरों के विरुद्ध रिपोर्ट दर्ज कर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है। इसके साथ ही हत्या की साजिश रचने वाले बदमाश की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है। सीओ किच्छा ओमप्रकाश शर्मा, एसटीएफ सीओ सुमित पांडे और कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने गुरुवार को बताया कि किच्छा के रतनपुरा के रहने वाले गगनदीप सिंह और यूपी पुलभट्टा सीमा के रहने वाले सिमरनजीत सिंह में पुरानी रंजिश चल रही है।
जिसके चलते गगनदीप ने अपने साथी चार शूटरों को बदमाश सिमरनजीत की हत्या के लिए बुलाया और बुधवार की शाम को हत्याकांड को अंजाम देने की पटकथा लिख डाली। मगर समय रहते हत्याकांड की साजिश की भनक एसटीएफ और किच्छा कोतवाली पुलिस को लग गई। घटना की पुख्ता जानकारी मिलते ही एसटीएफ प्रभारी एमपी सिंह और कोतवाल धीरेंद्र कुमार ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले होटल के आसपास घेराबंदी कर दी और जैसे ही शूटर हत्याकांड को अंजाम देने मौके पर पहुंचे तो संयुक्त टीम ने शूटरों को दबोच लिया।
पूछताछ में शूटरों ने अपना नाम राहुल श्रीवास्तव निवासी बिच्छी चौराहा वार्ड-10 सितारगंज, विपिन ठाकुर निवासी आवास विकास वार्ड-तीन किच्छा, तौसिफ अहमद हाथीबाग वार्ड एक किच्छा और काशिफ प्रधान निवासी बड़ी मस्जिद वार्ड-14 बताया। पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से एक पिस्टल, तीन तमंचे और 19 जिंदा कारतूस बरामद किए हैं। पूछताछ में बताया कि गगनदीप सिंह ने बदला लेने के लिए सिमरनजीत सिंह की हत्या के लिए सभी को इकट्ठा किया और रेकी करने के बाद बुधवार की शाम को सिमरनजीत की हत्या करनी थी। मगर ऐन वक्त पर पुलिस-एसटीएफ ने सारा खेल बिगाड़ दिया। पुलिस ने चारों शूटरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर न्यायालय के समक्ष पेश कर दिया है, जबकि मास्टरमाइंड गगनदीप की सरगर्मी से तलाश शुरू कर दी है।