रुद्रपुर। वर्ष 2015 में दरोगा भर्ती घोटाले में जांच के आधार पर संदिग्ध पाए गए जिले के सात दरोगाओं पर निलंबन की कार्रवाई के बाद एसएसपी ने खाली पड़ी चौकियों में दरोगाओं की तैनाती कर दी है। जिसके चलते जिले के अलग-अलग चौकियों में दस दरोगाओं के तबादले किए गए हैं।
बताते चलें कि सोमवार को सीएम की संस्तुति के बाद डीजीपी ने जिले के सात दरोगाओं को निलंबित करने का फरमान जारी कर दिया, क्योंकि विजिलेंस की प्रारंभिक जांच में प्रदेश के 20 संदिग्ध दरोगाओं के नाम सामने आए थे। पीएचक्यू के आदेश के बाद एसएसपी मंजूनाथ टीसी ने आदेशों का पालन करते हुए सात दरोगाओं को उनके कार्य क्षेत्र से हटाने का आदेश जारी कर निलंबित कर दिया।
इसके अलावा उनके स्थान पर पुलिस कार्यालय में तैनात उपनिरीक्षक अर्जुन गिरी को रम्पुरा चौकी प्रभारी, सतीश चंद्र शर्मा को कोतवाली रुद्रपुर से प्रभारी चौकी लालपुर, सुनील बिष्ट को प्रभारी चौकी लालपुर से पुलिस लाइन, विजय सिंह को चौकी पैगा से प्रभारी चौकी सुल्तानपुर पट्टी, जितेंद्र कुमार को नानकमत्ता से प्रभारी चौकी पैगा आईटीआई, भगवान गिरी को कोतवाली बाजपुर से प्रभारी चौकी बन्नाखेड़ा, भूपेंद्र सिंह रसपाल को कोतवाली रुद्रपुर से प्रभारी चौकी सकैनिया, देवेंद्र सिंह मेहता को दिनेशपुर से प्रभारी चौकी बेरिया दौलत केलाखेड़ा, प्रकाश चंद्र को कोतवाली खटीमा से कोतवाली बाजपुर और गिरीश चंद्र पंत को प्रभारी चौकी सकैनिया से थाना दिनेशपुर स्थानांतरित किया है।