अतिवृष्टि होता देख लोग अलर्ट हो गए कि इसी दौरान निर्माणाधीन आगरचट्टी-स्यूंणी मल्ली मोटर मार्ग का मलबा आगरचट्टी बस्ती में आ गया। यह देख कई परिवारों ने तभी घर छोड़ दिए और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली।
गैरसैंण में अतिवृष्टि से मलबा घरों में घुसने के कारण आगरचट्टी बस्ती में तीन आवासीय मकान क्षतिग्रस्त हो गए जबकि 10 मकानों के घरों का हजारों का सामान खराब हो गया। प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर घटना का जायजा लिया और प्रभावितों को मदद के लिए धनराशि का चेक दिया।
गैरसैंण के नायब तहसीलदार राकेश पल्लव ने बताया कि बुधवार रात 8:30 बजे क्षेत्र में अतिवृष्टि हुई। अतिवृष्टि होता देख लोग अलर्ट हो गए कि इसी दौरान निर्माणाधीन आगरचट्टी-स्यूंणी मल्ली मोटर मार्ग का मलबा आगरचट्टी बस्ती में आ गया। यह देख कई परिवारों ने तभी घर छोड़ दिए और सुरक्षित स्थानों पर शरण ली। घरों में मलबा घुसने से दिनेश कुमार, गणेश कुमार व मनीष कुमार पुत्रगण गबरूराम का संयुक्त मकान और जिपंस बलवीर रावत व मोहन रावत का संयुक्त मकान और दिनेश कुमार का मकान ध्वस्त हो गया। इसके अलावा अन्य 10 मकानों में भी मलबा घुस गया। गनीमत रही की समय रहते लोग मकानों को छोड़कर दूसरे लोगों के मकानों में चले गए थे।
बृहस्पतिवार सुबह तहसीलदार सुरेंद्र सिंह देव, नायब तहसीलदार राकेश पल्लव और पटवारी मौके पर पहुंचे और घटना का जायजा लिया। उन्होंने आपदा प्रभावित तिलाराम, दौलत सिंह, गणेश कुुमार, दिनेश, मनीष, बलवंत सिंह, विरेंद्र सिंह, मोहन सिंह, मोहन बिष्ट, रामचंद्र सिंह, संतोष सिंह, प्रेमबल्लभ व धर्मादेवी को तत्काल मदद के लिए 3800 रुपये का चेक दिया। उन्होंने कहा कि साथ ही नुकसान की भरपाई के लिए अग्रिम कार्यवाही कर दी गई है।
कर्णप्रयाग-नैनीताल हाईवे ढह घंटे रहा बंद
ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे नरकोटा के समीप भारी भूस्खलन से ढाई घंटे बंद रहा। इस दौरान दो तरफा वाहनों की लंबी कतार लगी रही। दूसरी ओर गैरसैंण में कर्णप्रयाग-नैनीताल हाईवे ढह घंटे बंद रहा।रुद्रप्रयाग जिले में बृहस्पतिवार को दोपहर 12 बजे बारिश के कारण नरकोटा के समीप भूस्खलन से ऋषिकेश-बदरीनाथ हाईवे बंद हो गया। एनएच और कार्यदायी संस्था की ओर से मशीनों से मलबा हटाकर दोपहर बाद ढाई बजे हाईवे यातायात के लिए खोल दिया गया।
वहीं गैरसैंण में बारिश के दौरान पहाड़ी आने से कर्णप्रयाग-नैनीताल हाईवे रात के 8 बजे से रात दो बजे तक बंद रहा। इसके अलावा कर्णप्रयाग-रानीखेत हाईवे भी आगरचट्टी में मलबा आने से बंद हो गया था। लोगों की सूचना पर रात में ही लोनिवि के अभियंता आदित्य ठाकुर और थानाध्यक्ष गैरसैंण मनोज नैनवाल ने मौके पर जाकर मशीनों से हाईवे खुलवाया।
रुद्रप्रयाग जिले में 15 संपर्क मार्ग बंद
जिले में तिलवाड़ा-मयाली-चिरबटिया-घनसाली, मयाली-गुप्तकाशी राज्य मार्ग के साथ ही 15 संपर्क मार्ग बंद पड़े हैं। मार्ग बंद होने से ग्रामीणों को कई किमी पैदल चलना पड़ रहा है। अगस्त्यमुनि ब्लॉक के ज्येष्ठ प्रमुख सुभाष नेगी, कनिष्ठ प्रमुख शशि सिंह नेगी ने कहा कि लोनिवि व पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को मार्गों के बारे में सूचित कर दिया गया है।
प्रदेश में आफत की बारिश, 95 मार्ग बंद
प्रदेश में बारिश आफत बनकर बरस रही है। बारिश के चलते सड़कों पर जगह-जगह मलबा आ गया है, जिससे 95 मार्ग बंद हैं। वहीं उत्तरकाशी में घाट पर नहाते हुए एक व्यक्ति नदी के तेज बहाव में बह गया। एसडीआरएफ की ओर से उसकी तलाश की जा रही है।
राज्य आपातकालीन परिचालन केन्द्र के मुताबिक प्रदेश में जगह-जगह 95 मार्ग बंद हैं, जिनमें एक राष्ट्रीय राजमार्ग, 18 राज्य मार्ग और सात मुख्य जिला मार्ग शामिल हैं। इसके अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के 63 मार्ग भी बंद हैं। परिचालन केंद्र के मुताबिक जिला उत्तरकाशी, देहरादून एवं ऊधमसिंह नगर के विभिन्न क्षेत्रों में बारिश की वजह से कई गांवों में बिजली आपूर्ति भी बाधित है। 81 गांवों में बिजली आपूर्ति बाधित हो गई थी। जिसमें से 73 गांवों में आपूर्ति सुचारु कर दी गई है। अन्य गांवों में बिजली आपूर्ति सुचारु किए जाने के प्रयास किए जा रहे हैं।
ऋषिकेश में लक्कड़ घाट पर एक अज्ञात शव मिला है। रुद्रप्रयाग जिले में सोनप्रयाग से दो किमी आगे गौरीकुंड की ओर रास्ते में पेड़ गिरने से मार्ग बंद हो गया है। उत्तराखंड राज्य के तहसील विकासनगर क्षेत्र के छरबा गांव में अतिवृष्टि के कारण पानी आने से कुछ लोगों के घरों व अन्य स्थानों पर फंसे होने की सूचना मिली। जिस पर एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर फंसे लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।