22 घंटे बाद खुला बदरीनाथ हाईवे फिर से बंद
लामबगड़ नाला में पिछले 22 घंटे से अवरुद्ध पड़ा बदरीनाथ हाईवे सुचारु होने के चार घंटे बाद फिर बंद हो गया
लामबगड़ नाला में पिछले 22 घंटे से अवरुद्ध पड़ा बदरीनाथ हाईवे सुचारु होने के चार घंटे बाद फिर बंद हो गया। इससे बदरीनाथ धाम की यात्रा पर जा रहे तीर्थयात्रियों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। तीर्थयात्री पांडुकेश्वर और गोविंदघाट में हाईवे खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
बदरीनाथ हाईवे पर खचड़ा नाला और लामबगड़ नाला बदरीनाथ धाम की सुचारु तीर्थयात्रा में बार-बार खलल पैदा कर रहे हैं। शुक्रवार को अपराह्न दो बजे लामबगड़ नाला आर खचड़ा नाले के उफान पर आने से यहां करीब 12 मीटर तक बदरीनाथ हाईवे बह गया था। लगातार बारिश के चलते सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) की जेसीबी हाईवे को नहीं खोल पाईं।
को सुबह मौसम सामान्य होने पर लामबगड़ गदेरे में हाईवे को सुचारु करने का काम शुरू हुआ। दोपहर में करीब 12 बजे लामबगड़ गदेरे में पत्थरों का भरान करने के बाद वाहनों की आवाजाही शुरू कराई गई। इसके बाद करीब 1200 श्रद्धालु बदरीनाथ धाम पहुंचे, जबकि तकरीबन 600 तीर्थयात्री अपने गंतव्य के लिए रवाना हुए। अपराह्न चार बजे फिर से लामबगड़ नाला उफान पर आने से वाहनों की आवाजाही थम गई। बीआरओ की मशीनों ने हाईवे पर जहां पत्थरों का भरान किया था, वहां फिर से पानी भर गया।
बीआरओ के कमांडर कर्नल मनीष कपिल ने बताया कि भारी बारिश के चलते हाईवे को सुचारु बनाए रखना मुश्किल बना हुआ है। हाईवे को सुचारु कर लिया गया था लेकिन फिर से बारिश होने पर लामबगड़ नाला उफान पर आ गया है। बारिश थमने पर देर रात तक हाईवे को सुचारु कर लिया जाएगा। भूस्खलन और बोल्डर आने से प्रदेश में 186 से ज्यादा सड़कें अभी भी बंद हैं।
बदरीनाथ हाईवे
वहीं, नौगांव में रात भर हुई तेज बारिश से देवलसारी गदेरा उफान पर है। जिससे यमुनोत्री हाइवे पर आवाजाही नही हो पा रही है। यहां 108 वाहन सहित कई प्राइवेट वाहन दोनों और फंसे हैं। ड्यूटी करने जा रहे कई अध्यापकों सहित नगर क्षेत्र के स्कूलों में पढ़ने जा रहे बच्चे भी फंसे हुए हैं, जो मार्ग खुलने का इंतजार कर रहे हैं।
जेसीबी पर बैठकर जाते ग्रामीण
खेतों से काम कर लौट रहे स्थानीय लोग सड़क खोलने में लगी जेसीबी मशीन की बकेट में बैठकर सड़क पार कर रहे हैं। जेसीबी मशीन जैसे ही मलबा साफ कर रही है पानी के बहाव के साथ दोबारा मलबा आ रहा है।
जेसीबी की बकेट में बैठकर जाते ग्रामीण
बारिश के बाद पहाड़ी इलाकों में भूस्खलन का खतरा बढ़ गया है। नदी नाले भी उफान पर हैं। वहीं, देहरादून, टिहरी, पौड़ी, चंपावत, नैनीताल, पिथौरागढ़, बागेश्वर में अगले 24 घंटे में भारी से बहुत भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट भी जारी किया गया है।
यमुनोत्री हाईवे पर उफान पर आया नाला
इन सभी जिलों में ज्यादातर इलाकों में तेज गर्जना के साथ भारी से बहुत अधिक बारिश की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के निदेशक विक्रम सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटे के भीतर मैदान से लेकर पहाड़ तक झमाझम बारिश की संभावना है। ऐसे में आपदा प्रबंधन के लिहाज से सतर्क रहने की जरूरत है।