प्रशासन की टीम ने निकटवर्ती ग्राम पंचायत चाचर में सरकारी बंजर जमीन पर अवैध रूप से बनाए गए भवन को ध्वस्त कर दिया। इस दौरान मौके पर तहसील प्रशासन, एनएचआर पालिका की टीम के अलावा तमाम पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत चाचर के अंतर्गत पिपलिया मोड़ पर सरकारी दस्तावेजों में दर्ज बंजर भूमि पर नगर निवासी एक व्यक्ति द्वारा अवैध रूप से कई भवनों का निर्माण कराया गया था। उत्तराखंड उच्च न्यायालय द्वारा सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण को ध्वस्त किए जाने के आदेश के क्रम में उप जिलाधिकारी कौस्तुभ मिश्रा के निर्देश पर तहसीलदार सुरेश चंद बुधलाकोटी के नेतृत्व में तहसील प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन की टीम ग्राम पिपलिया मोड़ स्थित मौके पर पहुंची।
इस दौरान प्रशासन की टीम ने जेसीबी मशीन के माध्यम से सरकारी भूमि पर अवैध रूप से बनाए गए करीब एक दर्जन से अधिक कमरों को ध्वस्त कर जमींजोद कर दिया। प्रशासन की कार्यवाही के दौरान मौके पर निवास कर रहे लोगों में हड़कंप मच गया। टीम के पहुंचते ही अवैध रूप से बनाए गए भवन में निवास कर रहे ग्रामीणों ने आनन-फानन में अपना घरेलू सामान बाहर निकाल कर भवन को खाली कर दिया। कई घंटे चली कार्यवाही के बाद सरकारी भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण को पूरी तरह से तोड़ दिया गया। अतिक्रमण ध्वस्त करने के बाद प्रशासन की टीम ने भूमि को अपने कब्जे में ले लिया।
एसडीएम कौस्तुभ मिश्रा ने बताया कि किच्छा क्षेत्र अंतर्गत 28 ग्राम सभा क्षेत्रों में अतिक्रमण मुक्त अभियान चलाकर सरकारी भूमि पर अवैध रूप से किए गए कब्जे को हटाने की कार्यवाही की जा रही है। उन्होंने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में सरकारी स्कूल, नदी, नहर एवं सरकारी तालाब सहित बंजर भूमि पर किए गए अवैध अतिक्रमण को चिह्नित किया गया है तथा जहां भी सरकारी भूमि पर अतिक्रमण का मामला प्रकाश में आएगा, प्रशासन द्वारा निश्चित तौर पर कार्यवाही की जाएगी।
इस मौके पर तहसीलदार सुरेश चंद्र के साथ राजस्व उपनिरीक्षक दीपक सिंह, कलकत्ता चौकी प्रभारी दिनेश भट्ट, राजस्व निरीक्षक महेश चौहान सहित नगर पालिका प्रशासन की टीम एवं पुलिसकर्मी मौजूद रहे।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar