उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश से बड़ी संख्या में सड़कें बंद, यह कैसी आपदा से लड़ने की तैयारी?

भारी बारिश से बड़ी संख्या में सड़कें बंद

Update: 2022-08-01 07:05 GMT
यह कैसी आपदा से लड़ने की तैयारी? उत्तराखंड में हो रही भारी बारिश से बड़ी संख्या में सड़कें बंद हो रही हैं। इनमें से प्रमुख सड़कें तो खुल रही हैं लेकिन दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों की सड़कों की कोई सुध लेने वाला नहीं है। राज्य में चार सड़कें ऐसी हैं जो पिछले 20 दिन से नहीं खुल पाई हैं। उत्तराखंड की 25 सड़कें हफ्ते भर बाद भी नहीं खुली है।
धनोल्टी: देहरादून से लगे धनोल्टी विधानसभा के पांच गांवों को जोड़ने वाली दुबड़ा - रंगडगांव सड़क बीस दिनों से बंद है जिस वजह से एक हजार से अधिक की आबादी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। स्थानीय ग्रामीण ओम प्रकाश पंवार ने बताया कि 16 किमी लम्बी यह सड़क आठ किसी तक ठीक है और उसके बाद भूस्खलन की वजह से पिछले बीस दिनों से बंद है। इस वजह से रंगडगांव, सेरा, एरल समेत पांच गांवों के ग्रामीणों को परेशानी हो रही है। उनको पैदल ही आवाजाही करनी पड़ रही है।
नैनीताल: भवाली-नैनीताल रोड मलबा आने से बीते दो दिनों से बंद है। वैकल्पिक आवाजाही के रूप में ज्योलिकोट से होते हुए लोग नैनीताल आ रहे हैं। नए रूट से बस का किराया 25 रुपये से बढ़कर 50 रुपये हो गया है। लोनिवि के अधिशासी अभियंता दीपक गुप्ता का कहना है कि सड़क को बनने में एक हफ्ते का समय लग सकता है। इस वजह से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। सड़क पर कार्य चल रहा है।
पिथौरागढ़: जिले में 14 सड़कें नाचनी-भैंसकोट, मसूरीकांडा-होकरा, गिनी बैंड-समकोट, आदिचौरा-सिन्नी, बांसबगड़-कोटा पंद्रहपाला, बांसबगड़-धामीगांव, छिरकिला-जम्कू, मदकोट-तोमिक, भैरतबोगाड़-बैराजुब्बर, आदिचौरा, देवबिचौना-खेतारकन्याल, जौलजीबी कौलीकन्याल, सानदेव-तुर्गोली, रसैपाटा-मोडी एक सप्ताह से अधिक समय से बंद हैं। 60 से अधिक गांवों के लोग परेशान हैं।
रुद्रप्रयाग: जिले की तिलवाड़ा घनसाली सड़क पिछले 20 दिनों से बंद चल रही है। यह सड़क कुटमाणा पुल के टूटने की वजह से बंद चल रहा है। हालांकि विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पुल बनाने में एक महीने से अधिक का समय लगेगा। इस पुल के टूटने की वजह से यहां जरूरी आपूर्ति बाधित हो गई है। जरूरी सामग्री को ट्रांसमेंट कर पहुंचाया जा रहा है। लोनिवि के ईई जीत सिंह रावत ने बताया कि 5 दिनों के भीतर पुल पर आवाजाही हो जाएगी।
पौड़ी: बारिश की वजह से पौड़ी जिले की एक सड़क 25 दिनों से बंद चल रही है। जबकि चार ग्रामीण सड़कें एक सप्ताह से अधिक समय से बंद हैं। पाणीसैंण-डबराड-बूथानगर सड़क छह जुलाई से बंद चल रही है। इसके अलावा शकंरपुर-बकरोडी-बसेडी सड़क 21 जुलाई से, स्योली कांडा-घंडियाली-करतोली 26 जुलाई से व ओडागड-नाई सड़क 23 जुलाई से बंद हैं। ग्रामीण वैकल्पिक मार्गों का उपयोग कर आवश्यक सामग्री जुटा रहे हैं।
चमोली: जिले की चौकी -उदयपुर- चोटिंग सड़क 6 जुलाई से बंद चल रही है। इसके अलावा जिले की पोखरी के ऊडा मांडा , सेमी पनाई , कुहेड मथरपाल भतिंग्याला की पीएमजीएसवाई की सड़क 24 जुलाई से बंद है। जिले की नन्द प्रयाग जाखणी सड़क 19 जुलाई से बंद पड़ी है। हालांकि जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी एनके जोशी ने बताया कि बंउ सड़कों को खोलने का काम जारी है।
हरिद्वार: बारिश की वजह से हरिद्वार के पथरी क्षेत्र के गांव एककड़ कला की 15 हजार से अधिक की आबादी खासी परेशान है। इस गांव को जाने वाली सड़क पर पड़ने वाले रेलवे अंडरपास में पानी भरे होने की वजह से यह सड़क पिछले दो माह से बंद है। इससे 15 हजार से अधिक की आबादी खासी परेशानी है। स्थानीय ग्रामीणों ने बताया कि यह सड़क बंद होने की वजह से स्थानीय ग्रामीणों को आठ किमी दूरी अधिक तय कर दूसरे रास्तों से जाना पड़ रहा है। जिससे लोगों को भारी परेशानी हो रही है।
टिहरी: जिले की छह सड़कें पिछले एक सप्ताह से बंद है इस वजह से जिले के अलग अलग क्षेत्रों की तीस हजार से अधिक की आबादी को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। जिले में जो प्रमुख सड़कें एक सप्ताह से बंद हैं उनमें लम्बगांव-रजाखेत-घनसाली मार्ग, बूढाकेदार-पिनस्वाड सड़क, गहड़-पल्या पटाला सड़क, झाला- कोटी मार्ग, धोपड़धार-सामणगांव मार्ग प्रमुख हैं। स्थानीय ग्रामीणों के अनुसार इस वजह से लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति में परेशानी हो रही।

Similar News

-->