बीमार होने पर निजी अस्पताल की इमरजेंसी में ऑनलाइन अपाइंटमेंट लेने को गूगल पर वहां का नंबर सर्च करना युवती को भारी पड़ गया। युवती को जो नंबर मिला वह साइबर ठगों ने डाला हुआ था। बात होने पर सामने से बोले युवक ने अपाइंटमेंट के लिए एडवांस पेमेंट को कहा। इसके लिए युवती को एक लिंक भेजा। स्कैन किया तो बैंक खाते से अलग-अलग ट्रांजेक्शन में कुल 83,178 रुपये कट गए।
स्वीटी शर्मा निवासी फ्रेंड्स एंक्लेव शाह नगर छह जुलाई को बीमार थी। उन्होंने सुबह पौने सात बजे गूगल पर आस्था अस्पताल बल्लूपुर का नंबर सर्च किया। इस नाम से डाला गया एक फोन नंबर मिलने पर आस्था ने कॉल की। सामने से एक युवक ने बात की। उसने खुद को अस्पताल कर्मचारी बताया। कहा कि इमजेंसी अपाइंटमेंट लेना है तो ऑनलाइन पेमेंट करना होगा। बात करते-करते आरोपी ने युवती को व्हाट्सएप पर एक लिंक भेजा। युवती ने स्कैन किया तो खाते से चार अलग-अलग ट्रांजेक्शन में रकम कट गई। युवती ने दोबारा फोन किया तो आरोपी रुपये वापस भेजने की बात कहते हुए दूसरे खाते की जानकारी मांगने लगा। पीड़िता तब समझी की उसके साथ साइबर ठगी हो रही है। इसे लेकर साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में तहरीर दी। तहरीर वहां से नेहरू कॉलोनी थाने पहुंची। इंस्पेक्टर नेहरू कॉलोनी प्रदीप चौहान ने बताया कि तहरीर पर केस दर्ज कर जांच की जा रही है।