3600 करोड़ किया टारगेट, आबकारी के राजस्व पर सरकार की नजर
वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल
देहरादून: वित्त मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल द्वारा आबकारी विभाग में राजस्व प्राप्ति से संबंधित समीक्षा बैठक विधानसभा स्थित सभाकक्ष में विभागीय अधिकारियों के साथ की गई. मंत्री अग्रवाल ने कहा कि राज्य में राजस्व बढ़ाने की दिशा में आबकारी एक महत्वपूर्ण विभाग है. उन्होंने राजस्व बढ़ाने पर जोर देते हुए कहा कि विगत वर्षों का बकाया जल्द वसूल किया जाए. उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य पड़ोसी राज्यों की अपेक्षा अच्छा राजस्व प्राप्ति का होना चाहिए. इस दिशा में उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया.
उन्होंने ट्रेस एंड ट्रैकिंग पर जोर देते हुए कहा कि शराब की बोतलों पर होलोग्राम ट्रैकिंग का कार्य सितम्बर माह के अन्त तक शुरू किया जाए, जिससे आबकारी पर होने वाली कालाबाजारी को प्राथमिकता के आधार पर रोका जा सके. उन्होंने कहा कि होलोग्राम ट्रैकिंग व्यवस्था के माध्यम से राजस्व प्राप्ति में वृद्धि होगी तथा कालाबाजारी को रोकने में भी मदद मिलेगी.
मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने कहा कि आने वाले वित्तीय वर्ष में आबकारी से होने वाले राजस्व प्राप्ति के लक्ष्य को बढ़ाकर 3600 करोड़ से अधिक किया जाए. इसके लिए उन्होंने बॉटलिंग प्लांट को बढ़ावा देने तथा आबकारी दरों को कम करने के सुझावों पर आवश्यक कार्रवाई हेतु अधिकारियों को निर्देशित किया.
पिछली बार 2051 करोड़ का लक्ष्य: नए आबकारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल इस वित्तीय वर्ष का आबकारी लक्ष्य 3600 करोड़ रख रहे हैं. वित्तीय वर्ष 2021-22 में आबकारी विभाग ने 2051 करोड़ के राजस्व का लक्ष्य रखा था. चौंकाने वाली बात है कि विभाग ने 2267 करोड़ का लक्ष्य हासिल किया था. आबकारी विभाग ने लक्ष्य के सापेक्ष 114 प्रतिशत अधिक राजस्व प्राप्त किया था. तब आबकारी विभाग यशपाल आर्य के पास था. चुनाव से पहले यशपाल आर्य बीजेपी छोड़कर कांग्रेस में चले गए थे.