मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश के 500 स्कूलों के बच्चों को गुणवत्ता युक्त और पौष्टिक भोजन उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई। शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने सुद्धोवाला में अक्षय पात्र एकीकृत रसोई का शुभारंभ किया। स्कूलों में मध्याह्न भोजन के लिए इस रसोई को अक्षय पात्र फाउंडेशन, हंस फाउंडेशन और शिक्षा विभाग के सहयोग से तैयार किया गया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि अक्षय पात्र फाउंडेशन और हंस फाउंडेशन के सामूहिक प्रयासों से बच्चों को उच्च गुणवत्तायुक्त एवं पौष्टिक भोजन की शुरुआत हुई है। इस रसोई से 120 स्कूलों के 15 हजार से अधिक बच्चों के लिए मध्याह्न भोजन उपलब्ध कराया जाएगा। आने वाले समय में इसे 500 से अधिक स्कूलों के 35 हजार से अधिक बच्चों के लिए केंद्रीकृत किचन के माध्यम से भोजन की व्यवस्था की जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे देश का भविष्य हैं। बच्चों का जीवन स्वस्थ हो और उन्हें उचित पोषण के लिए सरकार हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।
सीएम ने कहा कि हंस फाउंडेशन ने स्वास्थ्य एवं शिक्षा के क्षेत्र में सराहनीय कार्य किया जा रहा है। कोरोना काल में प्रदेश में जरूरतमंदों के लिए फाउंडेशन ने मदद की है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने विभिन्न स्कूलों के बच्चों को मिड डे मील पहुंचाने के लिए वाहनों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सीएम ने स्कूल के बच्चों के साथ बैठकर भोजन किया। बच्चों ने इस दौरान अपनी जिज्ञासाओं को पूरी करने के लिए मुख्यमंत्री से सवाल पूछे। केंद्रीकृत रसोई के शुभारंभ पर मुख्यमंत्री ने एक छोटी बच्ची को गोद में लेकर दुलार किया।
शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री पोषण कार्यक्रम के तहत स्कूली बच्चों को स्वादिष्ट व पौष्टिक भोजन परोसा जाएगा। राज्य में पांच लाख से अधिक बच्चों को मध्याह्न भोजना उपलब्ध कराया जाता है। इससे पहले गदरपुर में केंद्रीयकृत रसोई का संचालन शुरू किया गया। सुद्धोवाला केंद्रीयकृत रसोई के लिए हंस फाउंडेशन ने 60 करोड़ और अक्षय पात्र फाउंडेशन ने 53 करोड़ की राशि दी है। सरकार एक से लेकर 12वीं कक्षा तक के बच्चों को निशुल्क किताब, बस्ता, उपलब्ध करा रही है। इसके अलावा एक माह में 22 लाख बच्चों को निशुल्क दवा उपलब्ध की गई। स्कूल खुलने पर बच्चों का निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा।
कार्यक्रम हंस फाउंडेशन की संस्थापक भोले महाराज, माता मंगला, अक्षय पात्र फाउंडेशन के वाइस चेयरमैन चंचलापति दास, पूर्व शिक्षा मंत्री अरविंद पांडे, विधायक सहदेव पुंडीर, मुन्ना सिंह चौहान, सचिव आर. मीनाक्षी सुदंरम, शिक्षा महानिदेशक वंशीधर तिवारी आदि मौजूद थे।
कभी नहीं सोचा क्या बनूंगा
कार्यक्रम में एक स्कूली छात्रा ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या आपने बचपन से सोचा था कि राजनीति में जाऊंगा और सीएम बनूंगा। इस पर मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि उन्होंने बचपन में कभी यह नहीं सोचा कि क्या बनूंगा। बस एक ही सपना था कि कुछ करके दिखाना है।