दिनांक 25/08/22 को थाना कोतवाली नगर पर वादी मुकदमा रविन्द्र प्रसाद पुत्र श्यामलाल निवासी लुनिया मोहल्ला कोतवाली नगर द्वारा तहरीर दी गई कि दिनांक 24/08/22 को चाट वाली गली घंटाघर के पास जब वह अपने निजी कार्य से गये हुए थे तो अज्ञात व्यक्तियों द्वारा उसे अपनी बातों में फंसाकर सोने की घड़ी बेचने के नाम पर धोखाधड़ी से उसकी असली सोने की चैन लेकर बदले में उसे सोने की नकली घड़ी देकर ठगी कर ली गई। तहरीर के आधार पर थाना कोतवाली पर तत्काल मुकदमा अपराध संख्या 420/22 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत घटना की सूचना उच्च अधिकारीगणों को दी गई।
थाना कोतवाली पर पूर्व में माह जून में भी इसी प्रकार की घटना घटित हुई थी जिसमें वादी मुकदमा इंद्रपाल पुत्र माता प्रसाद निवासी मोहब्बेवाला देहरादून को अज्ञात व्यक्तियों द्वारा नकली सोने की घड़ी देकर रू0 90000/- धोखाधड़ी से प्राप्त किए गए थे, जिसके आधार पर थाना कोतवाली नगर में मुकदमा अपराध संख्या 305/22 धारा 420 आईपीसी पंजीकृत है।
पुलिस टीम द्वारा की गई कार्यवाही:-
घटना के अनावरण हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून के आदेशानुसार पुलिस अधीक्षक नगर के निर्देशन में एवं क्षेत्राधिकारी नगर के निकट पर्यवेक्षण में प्रभारी निरीक्षक कोतवाली नगर द्वारा पुलिस टीम गठित की गई। गठित पुलिस टीम द्वारा मुखबिर मामूर कर घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी कैमरों का अवलोकन किया गया तो घटना में एक संदिग्ध स्विफ्ट कार संख्या: डीएल-02सी-बी डी-3847 एवं वादी के बताए हुलिए के अनुसार चार संदिग्ध व्यक्ति दिखाई दिए। जिन्हें पुलिस टीम टीम द्वारा ट्रेस किया गया एवं मारुति सुज़ुकी के सर्विस सेंटर से जानकारी कर गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर वाहन स्वामी की डिटेल प्राप्त कर मोबाइल नंबर आदि प्राप्त किए गए। सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाइल नंबर लोकेशन के आधार पर उक्त कार स्वामी का घटना के समय देहरादून में होना ज्ञात हुआ।
संदिग्ध व्यक्ति एवं कार को पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी फुटेज से ट्रेस किया गया तो घटना के बाद उक्त सभी संदिग्धों का देहरादून की सीमा से बाहर जाना ज्ञात हुआ, जिन्हें पुलिस टीम द्वारा सीसीटीवी कैमरों एवं मोबाइल सर्विलांस के माध्यम से ट्रेस करते हुए हरिद्वार, नजीबाबाद, काशीपुर के सीसीटीवी कैमरों को चेक करते हुए पीछा किया गया तो जानकारी हुई कि उक्त सभी संदिग्ध जनपद नैनीताल के तल्लीताल स्थित होटल शशि में रुके हुए हैं।
पुलिस टीम द्वारा तत्काल कार्रवाई करते हुए नैनीताल तल्लीताल पहुंचकर होटल के बाहर से चारों संदिग्ध को मय स्विफ्ट वाहन के पकड़ा गया, जिनकी जामा तलाशी में पीली धातु की चेन, अंगूठी, घड़ी व नकदी आदि बरामद हुई। पूछताछ में अभियुक्त गणों द्वारा दिनांक 24/08/22 को घटना करना स्वीकार किया गया एवं अभियुक्त गणों से माह जून में थाना कोतवाली पर पंजीकृत मुकदमा अपराध संख्या 305/22 धारा 420 आईपीसी से संबंधित धोखाधड़ी से प्राप्त किए गए 83650/- रुपए भी बरामद कर दो घटनाओं का सफल अनावरण किया गया।
पूछताछ का विवरण:-
अभियुक्तगणों द्वारा पूछताछ में बताया गया है कि वह अलग-अलग राज्यों में जाकर ठगी करते हैं, जिसमें वह भीड़भाड़ वाले स्थानों में बुजुर्ग व्यक्तियों को चिन्हित कर उन्हें अपनी बातों में फंसा कर लालच देकर नकली सोने की घड़ी को असली बताकर बेचने के नाम पर धोखाधड़ी से उनसे पैसे और ज्वेलरी ठग लेते हैं। घटना के दौरान गैंग लीडर कश्मीरी लाल नकली सोने की घड़ी को असली बताकर बेचने की बात करता है एवं सुनील अग्रवाल अपने आप को सुनार बताता है व अन्य नरेंद्र कुमार, अजय मैदान ग्राहक बनकर नकली घड़ी खरीदने की बात करते हैं, जिससे कि पीड़ित व्यक्ति उनके जाल में फंस कर लालच में आकर नकली सोने की घड़ी को खरीद लेता है।
नोट:-
अभियुक्तगणों से गिरफ्तारी के दौरान एक पीली धातु की चेन व एक पीली धातु की अंगूठी अतिरिक्त बरामद हुई है, जिनके संबंध में उनसे पूछताछ की जा रही है एवं अभियुक्त गण के अपराधिक इतिहास की जानकारी भी की जा रही है।
नाम पता अभियुक्तगण:-
01- कश्मीरी लाल अरोड़ा पुत्र कृष्ण लाल अरोड़ा निवासी 210 सुदर्शन पार्क थाना मोती नगर, पश्चिमी दिल्ली
02- सुनील अग्रवाल पुत्र सूरज प्रकाश निवासी रोहताश नगर शाहदरा, दिल्ली
03- नरेंद्र कुमार पुत्र बिशनलाल निवासी 2159 महिला कॉलोनी, गांधी नगर, दिल्ली
04- अजय मैदान पुत्र तुला राम निवासी बसई धारापुर मोतीनगर पश्चिम दिल्ली
बरामदगी:-
01- एक पीली धातु की चेन मु0अ0सं0 420/22 से सम्बन्धित
02- 83650/- रू0 मु0अ0सं0 305/22 से सम्बन्धित
03- एक पीली धातु की चेन
04- एक पीली धातु की अंगूठी 05- दो पीली धातु की हाथ की घड़ी
06- घटना में प्रयुक्त स्विफ्ट कार
पुलिस टीम:-
1- विद्याभूषण नेगी, प्रभारी निरीक्षक कोतवाली
2- एसएसआई प्रमोद शाह, कोतवाली नगर
3- एसआई सुभाष चंद्र
4- कांस्टेबल धीरेंद्र पत्याल,
5 – कांस्टेबल लोकेंद्र उनियाल,
6- कांस्टेबल विश्वास
7- कांस्टेबल देवेंद्र (एसओजी),
8- कांस्टेबल किरण (एसओजी),
9- कांस्टेबल आशीष (एसओजी)