उत्तरप्रदेश : संभल स्थित बबराला में आईटीआई कॉलेज के पीछे पेड़ पर बदायूं के थाना सहसवान गांव परसोना निवासी हुकम सिंह (27) का शव फंदे पर लटका मिला। पिता राजाराम ने बताया कि उनका बेटा काम न मिलने की वजह से परेशान था। पुलिस ने शव सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
सोमवार की सुबह करीब 10 बजे लोगों ने बबराला में आईटीआई के पीछे बबूल के पेड़ पर एक युवक के शव को लटके देखा। आसपास भीड़ लग गई और पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। भीड़ में शामिल भुवनेश नाम के युवक ने मृतक को पहचान लिया और फोन करके उसके दोस्त राजापुर का घेर निवासी रिंकू को सूचना दी। बताया कि उसका दोस्त बबराला में पेड़ पर फंदे पर लटका हुआ। मौके पर पहुंचे रिंकू ने मृतक की शिनाख्त हुकम सिंह (27) निवासी गांव परसोना थाना सहसवान जिला बदायूं के रूप में की। इसके बाद परिजनों को सूचना दी। मृतक के पिता राजाराम व अन्य लोग मौके पर पहुंच गए। पिता राजाराम ने बताया कि उनका बेटा डीसीएम शुगर मिल की कैंटीन में काम करता था।
शुगर मिल का पेराई सत्र बंद होने पर कैंटीन बंद हो गई और वह घर वापस चला गया था। जिसके बाद में लगातार काम की तलाश कर रहा था। कुछ समय बाद वह बहजोई में एक होटल में रोटी बनाने का काम करने लगा। वहां से भी घर चला गया था। पिछले 10 दिनों से लगातार काम की तलाश कर रहा था। लेकिन उसे कहीं भी काम नहीं मिला। सोमवार की सुबह वह अपने घर से गंगा स्नान करने की बात कह कर निकल आया।
इसके बाद उसकी मौत की खबर मिली। सूचना पर सीओ आलोक सिद्धू, कोतवाली प्रभारी निरीक्षक अतर सिंह ने मौका मुआयना किया। फॉरेंसिक टीम ने मौके पर जाकर जांच की। शव को सील कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
दोस्त रिंकू को फोन करके मांगे थे दो सौ रुपये
मृतक के दोस्त रिंकू ने बताया कि वह भी डीसीएम शुगर मिल की कैंटीन में उसके साथ काम करता था। सोमवार को सुबह करीब नौ बजे उसने फोन करके दौ रुपये मांगे थे। कहा था कि उसे जरुरत है और उसके फोन-पे में ऑनलाइन पैसे भेज दे। रिंकू ने कहा था कि वह उसके घर आ जाए और पैसे ले ले। उसके फोन-पे में रुपये नहीं है। रिंकू ने बताया कि मुझे यह बिल्कुल भी अंदेशा नहीं था कि वह आत्मघाती कदम उठा लेगा। मुझे जरा भी एहसास होता, तो मैं स्वयं उसके पास बबराला पहुंच जाता। युवक ने पेड़ पर फंदे से लटककर आत्महत्या कर ली है। परिजन भी मौके पर आए गए थे, परिजनों के मुताबिक युवक काम न मिलने की वजह से परेशान था। शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है। -आलोक सिद्धू, सीओ गुन्नौर।