बांदा जिले में मध्य प्रदेश के अजयगढ़ स्थित चाचा के घर से लौटने के बाद युवक फांसी पर झूल गया। परिजनों का कहना कि सुबह चाचा के घर गया था, वहीं जमीन को लेकर बातचीत के दौरान नोकझोंक हुई है। इसी के चलते हादसा हो गया। पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है।
नरैनी कोतवाली क्षेत्र के करतल गांव में प्रमोद (25) पुत्र स्वर्गीय संतोष साहू ने शनिवार को शाम अंगौछे (साफी) से खपरैल में फांसी लगा ली। दरवाजे भिड़े थे। बहन सुनीता ने शव लटका देखा और अन्य परिजनों को घटना की जानकारी दी। पुलिस के आने पर शव को फंदे से उतारा गया। मृतक के बहनोई राजकरण ने बताया कि प्रमोद घर का एकलौता लड़का था, उसकी अभी शादी नहीं हुई थी।
शनिवार को दोपहर वह बाइक से अजयगढ़ अपने चाचा के घर गया था। वहां से जमीन के बंटवारे को लेकर विवाद हुआ था। इसी से आहत होकर लौटे प्रमोद ने फांसी लगा ली। परिवार में और किसी प्रकार की कोई दिक्कत नहीं थी। मृतक जम्मू-कश्मीर में मजदूरी करता था। लगभग सात बीघा जमीन में खेतीबाड़ी से परिवार का गुजर-बसर हो रहा था।
रक्षाबंधन के पहले भाई की मौत से बहनें बेसुध
रक्षाबंधन के ऐन मौके पर भाई के आत्महत्या कर लेने पर दो बहनें सुनीता और संगीता बेसुध हैं। मां सुशीला का भी बुरा हाल है। बहनों का कहना है कि एकलौते भाई प्रमोद की कलाई में राखी सजाने के लिए तैयारी कर रही थीं। पर्व को लेकर सभी खुश थे
सभी साथ में बाजार गए और खरीदारी की। न जाने इन खुशियों को किसकी नजर लग गई। चार साल पूर्व पिता की मौत के बाद भाई प्रमोद ही घर की जिम्मेदारियां संभाले था। अब उसकी मौत के बाद घर में मां के अलावा कोई नहीं रहा।