मृत बेटी के जिन्दा होने की आस में हुई शव की 5 दिन तक पूजा

Update: 2022-06-29 09:58 GMT

जनता से रिश्ता : प्रयागराज के करछना के डीहा गांव में एक परिवार मृत बेटी के जिंदा होने की आस में शव को घर में रखकर उसकी पूजा कर रहा था। हालत यह हुई की शव से दुर्गंध उठने लगी तो मंगलवार की शाम पड़ोसियों को इसकी भनक लगी।

पड़ोसियों की सूचना पर मौके पर पुलिस पहुंची तो पता चला कि तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास में जकड़े इस परिवार के सदस्यों ने खाना छोड़ दिया है।
सिर्फ गंगाजल पीकर रह रहे हैं। पड़ोसियों के मुताबिक बेटी की मौत पांच दिन पहले हो गई थी। हालांकि मौत कैसे हुई, इसकी स्पष्ट जानकारी नहीं हो सकी है।यह मामला इस गांव के अभयराज यादव के परिवार का है। कहा यह भी जा रहा है कि परिवार के सदस्यों की हरकतों और अंधविश्वास की वजह से ही अभयराज की सबसे छोटी बेटी अंतिमा (18) की मौत हुई। पड़ोसियों ने बताया कि इस परिवार की हरकतें एक महीने से अजीब लग रही थीं क्योंकि लगभग एक महीने से यह परिवार अंधेरे में रह रहा था। मंगलवार को करछना पुलिस वहां पहुंची तो पता चला कि परिवार में सभी सदस्यों की हालत बिगड़ चुकी है। भोजन छोड़ने के कारण बीमार हो गए थे।
पुलिस ने जांच कराने के लिए कहा तो परिजनों ने विरोध जताया और कहा कि उनकी बिटिया जिंदा हो जाएगी।


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