एक बात तो तय है कि जिला प्रशासन राजधानी से आने वाले नेताओं-अफसरों के सामने नंबर बनाना अच्छे से जानता है। बात ज्यादा पुरानी नहीं है। सप्ताह भर पहले ही मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र अयोध्या दौरे पर पहुंचे थे। समदा झील का निरीक्षण भी करना था। इसलिए पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने समदा झील को जाने वाले मार्ग को बनवाना शुरू कर दिया था। मौके पर बड़ी-बड़ी मशीनें लगा दी थीं। श्री मिश्र के निरीक्षण के उपरांत से सारा कार्य बंद हो गया है। सड़क पर गिट्टियां बिखरी हुई हैं। निर्माण में लगे रोलर व अन्य मशीनें भी गायब हो गईं।
सोहावल तहसील के कोला गांव के पास समदा झील को जाने वाली सड़क की हालत दयनीय हो गई है। मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्र के जाते ही कोला गांव के पास समदा झील को जाने वाली सड़क निर्माण में लगी मशीनें गायब हो गईं। बिना सील कोट लगाए बनाई गयी सड़क की गिट्टियां सड़क पर बिखर रही है। अब मार्ग पहले से भी ज्यादा दुर्घटना का कारण बन गया है। इससे पहले मुख्य सचिव के निरीक्षण की भनक लगते ही लोक निर्माण विभाग द्वारा युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया गया था। इसकी शिकायत उच्च अधिकारियों से करते हुए ग्रामीणों ने आरोप लगाया सिर्फ मुख्य सचिव को दिखाने के लिये आनन-फानन में सड़क बनाना शुरू किया गया था। किनारे मिट्टी पटाई न होने से सड़क जान लेवा साबित हो रही है।
बोले जिम्मेदार
मुख्य सचिव के आगमन को लेकर मार्ग क्लीयर करने के लिये निर्माण तत्काल शुरू किया गया था, जो अब रुक गया है। सप्ताह भर में पुन: निर्माण शुरू हो जाएगा, जो गड़बड़ी होगी उसे भी ठीक किया जायेगा। मौके पर चार किलो मीटर की सड़क है, जिसे निर्माण किया जाना अभी बाकी है।
न्यूज़ क्रेडिट: amritvichar