रायबरेली। वृद्ध विधवा के इकलौते बेटे ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। युवक की मौत के बाद पूरे गांव में मातम छाया हुआ है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है ।
मामला कोतवाली क्षेत्र के गांव टिलेंडा का है। गांव के रहने वाले जमुना शंकर की मौत करीब पांच साल पहले हो चुकी है। उनके परिवार में उनकी पत्नी राजपति और उनका इकलौता बेटा धीरेंद्र (22 वर्ष) रहता था। धीरेंद्र अपनी बूढ़ी मां का इकलौता सहारा था। मां बेटे दोनों घर में रहते थे। इधर कुछ सालों से धीरे का मानसिक संतुलन ठीक नहीं रहता था। इसके बाद मां बेटे दोनों एक दूसरे का सहारा बने हुए थे।
सोमवार की शाम को धीरेंद्र अपनी मां के साथ खाना खाने के बाद सोने चला गया। मंगलवार की सुबह जब उसकी बूढ़ी मां सो कर उठी तो धीरेंद्र का शव घर के कमरे में रस्सी से बने फंदे से लटक रहा था। बेटे का शव देखकर मां दहाड़े मारकर रोने लगी। उसकी चीख-पुकार सुनकर गांव की भीड़ एकत्र हो गई। उसके बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से नीचे उतारकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। कोतवाल नारायण कुशवाहा ने बताया कि मानसिक बीमारी के कारण युवक ने फांसी लगाकर आत्महत्या की है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।