कुर्बानी का बकरा चोरी होने पर महिला पहुंची डीएम दरबार, जानें फिर क्या हुआ
बकरीद से ठीक पहले मुफीजा बेगम के साथ जो हुआ, उसे वह ताउम्र नहीं भूल पाएंगी।
बकरीद से ठीक पहले मुफीजा बेगम के साथ जो हुआ, उसे वह ताउम्र नहीं भूल पाएंगी। बकरीद लोगों के लिए अमन और खुशियों का पैगाम लेकर आता है। पर इस त्योहार से पहले ही मुफीजा बेगम पूरी तरह गम में डूब चुकी थीं। उन्होंने बकरीद पर कुर्बानी के लिए जो बकरा पाला था, उसे किसी से चुरा लिया। महिला ने बकरा चोरी होने को लेकर थाने में शिकायत दी थी। उनका खोया बकरा तो नहीं मिला, पर जिलाधिकारी ने बकरीद से पहले ही महिला की खोई हुई खुशी लौटा दी।
जिलाधिकारी ने महिला के लिए एक दूसरे बकरे का इतंजाम कर दिया है, जिससे वह बकरीद के रीति-ररिवाज निभा सके। स्थानीय लोग प्रशासन के इस सौहार्द भरे कदम की चर्चा कर रहे हैं। रामपुर थाना क्षेत्र निवासी ग्राम विशुनपुरा पांडेय चक निवासी मुफीजा बेगम ने 22 जून को कुर्बानी के लिए रखे गए बकरे की चोरी के मामले में रामपुर थाना में तहरीर दी थी।
पुलिस तमाम प्रयास के बाद भी उनका बकरा नहीं खोज पाई थी। उन्हें समझ में नहीं आ रहा था कि अबकी बकरीद के दिन कुर्बानी के समय वे क्या करेंगी। उन्होंने अपनी समस्या जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के समक्ष रखी। जिलाधिकारी के पास पहुंची तो मुफीजा बेगम की आंखों से आंसू बह रहा था।
उन्होंने बताया कि बकरीद के दिन अल्लाह ताला की शान में कुर्बानी के लिए उन्होंने बकरे को पाला था, लेकिन चोरों ने उसे चुरा लिया। पुलिस के प्रयास के बावजूद उनका बकरा नहीं मिल पाया है। उन्होंने कुर्बानी के लिए बकरे की मांग की। जिलाधिकारी ने मुफीजा की भावना का सम्मान करते हुए बकरीद की पूर्व संध्या पर बकरे का इंतजाम कर दिया है।