उत्तरप्रदेश। साहिबाबाद थाना क्षेत्र में शाम एक महिला ने अपने दो साल के बेटे की जान लेकर खुद आत्महत्या कर ली. कैब चलाकर पति लौटा, लेकिन दरवाजा नहीं खुलने पर धक्का मारकर गेट तोड़ा. इसके बाद पति ने सूचना पुलिस को दी. मौके पर पहुंची पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. मामले में कोई तहरीर नहीं दी गई. पुलिस मामले की जांच कर रही है
करहेड़ा में जौनपुर निवासी अजित यादव परिवार के साथ किराए पर रहते हैं. उनके साथ उनकी पत्नी रंजीता, बेटा गोलू और साढू सुनील रहते हैं. सुनील ड्यूटी पर गया था. तीन बजे अजित कैब लेकर नोएडा चले गए. अजित देर रात घर पर लौटे तो उन्होंने घर का दरवाजा बंद पाया. इसके बाद उन्होंने पत्नी को अवाज दी, कोई अवाज नहीं आने पर दरवाजा धक्का मारकर तोड़कर अंदर देखा तो उनके होश उड़ गए. पत्नी रंजीता और बेटा गोलू पंखे में फंदे से लटते हुए थे. इसके बाद उसने पुलिस को सूचना दी मौके पर पुंहची पुलिस ने दोनों शवों को कब्जे में लेकर पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया बिल्डिंग मेंपसरा सन्नाटा देर रात घटना का पता लगने के बाद उस भवन में किराए पर रहने वाले लोगों को रात भर नींद नहीं आई. वहीं रात भर डर के साए में जागकर गुजारी. आसपास के लोगो का कहना है कि 15 पहले ही परिवार रहने के लिए आया था, उनके बारे मे वह ज्यादा नहीं जानते थे.
जिले में पिछले पांच सालों में परिजनों की जान लेकर खुदकुशी करने वाले में मामले में 17 लोगों की जान गई है. कही पत्नी ने पति पर शक होने पर बच्चों की जान ले खुद की जान ले ली तो कहीं पति द्वारा ऐसा किया गया. वहीं दो मामलों में आर्थिक रुप से तंग आकर सोसाइटी से कूदकर जान दे दी.