बीवी रुपए लेकर न भाग जाए, इस डर से नहीं की आज तक शादी, मरने के बाद पता चला खाते में थे 70 लाख

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Update: 2022-09-06 12:09 GMT
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है। यहां पर एक व्यक्ति पैसे से इतना प्यार करता था, कि वो पैसे के लिए मरने को तैयार हो गया। दरअसल, जिलें में रविवार को ट्यूबरक्लोसिस (TB) से प्रभावित एक व्यक्ति की मौत हो गई। वह जिलें के ही एक अस्पताल में सफाई कर्मचारी था। वो इतना कंजूस था कि, उसके बैंक खाते में 70 लाख रुपये होने के बाद भी उसने अपनी टीबी की बीमारी का इलाज नहीं कराया।
बता दें कि जिले में रहने वाला एक धीरज नाम का व्यक्ति प्रयागराज के जिला लेप्रोसी अस्पताल में स्वीपर और सुरक्षा गार्ड के पद पर काम करता था। वह अपनी मां और बहन के साथ अस्पताल परिसर के अंदर रहता था। बताया जा रहा है कि, धीरज के पिता भी उसी अस्पताल में सफाई कर्मचारी थे और उनकी मौत के बाद धीरज को नौकरी मिल गई थी। वह बहुत ही कंजूस था, इसलिए अस्पताल में उसकी कंजूसी के किस्से खूब चर्चा में रहते थे। कंजूस होने की वजह से ही उसने अपनी टीबी की बिमारी का इलाज नहीं कराया। जिसके चलते उसकी रविवार को मौत हो गई।
खाते में थे 70 लाख रुपए
उसके मरने के बाद पता चला कि उसके बैंक खाते में 70 लाख रुपये है। जो उसने अपनी कमाई से जमा किए है। हैरान करने वाली बात यह है कि उसके खाते में इतने पैसे होने के बाद भी, वह अपने घर का खरचा बड़ी मुशकिल से चलाता था। उसने और उसके पिता ने कभी भी खाते से कोई पैसा नहीं निकाला, बल्कि वह अपने घर का खर्च अपनी मां की पेंशन से पूरा करता था। लेकिन, अगर उसे कभी पैसों की जरुरत पड़ती तो वह अपने दोस्तों और साथ में काम कर रहे कर्मचारियों से उधार मांग लेता था।
पत्नी पैसे लेकर न भाग जाए इस डर से नहीं की शादी
धीरज के दोस्त ने बताया कि, धीरज ने शादी नहीं की, क्योंकि उसे डर था कि, उसकी पत्नी कही उसके पैसे लेकर न भाग जाए। उसे बस यही डर सताता रहता था, कि अगर उसने शादी कर ली तो इतने सालों से जमा किए उसके 70 लाख रुपये कही उसकी पत्नी न ले जाए। इसी डर की वजह से उसने आज तक शादी नहीं की।
70 लाख रुपए होने पर की गई थी पूछताछ
कुछ महीने पहले, कुछ अधिकारी धीरज से पैसे के बारे में पूछताछ करने आए और उन्होंने अपने स्पष्टीकरण से उन्हें संतुष्ट किया। वह हर साल आयकर रिटर्न भी दाखिल करते थे। वहीं, लोग अकसर उसे भीख मांगकर जिंदगी जीने वाला बताते थे। हालांकि यह साफ नहीं है कि धीरज ने उधार लिए पैसे कभी लौटाए या नहीं और अगर दिए भी तो लोन वापस करने के लिए उसे पैसे कहां से मिले।
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